कनकबती यक्षिणी साधना :
“कनकबती” यक्षिणी का साधन मंत्र यह है –
“ॐ ह्रीं आगच्छ कनकबति स्वाहा ।”
साधन बिधि – किसी बटबृक्ष के नीचे चन्दन का एक सुन्दर मण्डल बनाकर, उसमें यक्षिणी का पूजन कर नैबेद्य समर्पित करें । तत्पशचात् शशा के माँस तथा “आसब द्वारा पूजन कर उक्त मंत्र का 1000 की संख्या में जप करें ।
उक्त बिधि से एक महीने तक जप तथा पूजन करते रहने से “कनकबती” यक्षिणी प्रसन्न होकर, रात्रि के समय साधक को दिव्य –अंजन प्रदान करती है, जिसे अपनी आँखों में लगाकर साधक पृथ्वी में हुए खजाने को देख सकता है और उसे प्राप्त भी कर सकता है ।
दूसरों तथा स्वयं की सुख –शान्ति चाहने बालों के लिए ही यह दिया गया है । इसमें दिए गये यंत्र, मंत्र तथा तांत्रिक साधनों को पूर्ण श्रद्धा तथा बिश्वास के साथ प्रयोग करके आप अपार धन –सम्पति, पुत्र –पौत्रादि, स्वास्थ्य –सुख तथा नाना प्रकार के लाभ प्राप्त करके अपने जीबन को सुखी और मंगलमय बना सकते हैं ।
तंत्राचार्य प्रदीप कुमार – 9438741641 (Call /Whatsapp)