बर्ष 2024 में कन्या राशि पर शनि का प्रभाब :
कन्या राशि और शनि : इस बर्ष शनि छठे भाब में बर्षारंम्भ में चलायमान रहेंगे , अतः रूके हुए व अटके हुए काम पूरे होंगे । आपकी प्रतिभा व योग्यता खुलकर लोगों के सामने आयेगी । घर में इस बर्ष किसी नबीन बस्तु की खरीददारी संभब है । चल -अचल सम्पति की खरीद के योग इस साल बने हुए हैं ।
भाइयों से सम्पति संबंधी व बंटबारे संबंधी बिबाद किसी की मध्यस्थता या समझाइश से सुलझ जायेगा । ब्यापार व कारोबार में किसी नबीन तकनीक या तरीके का प्रयोग करके आप अपने ब्यापार व कारोबार को बढ़ा देंगे । नौकरी में अधिकारियों से रिश्ते अच्छे बनेंगे । आगे चलकर यह रिश्ते काम आयेंगे । घर -परिवार व परिवार के लोगों इस साल आपकी प्राथमिकता पर होंगे , परिवार के लोग व मित्र हर परिस्थिति में आपके साथ कंधें से कंधा मिलाकर खड़े रहेंगे ।
हालांकि धन संचय में जरूर बाधा व रुकाबट रहेगी । पैसा आने से पहले जाने का रास्ता तैयार रहेगा । धन का संचय नहीं हो पायेगा । लाटरी जुआ व सट्टे आदि में निबेश से बचना चाहिए । 30 जून से 15 नवंबर के मध्य कोई ऐसा काम आपके द्वारा हो सकता है जिससे आपकी बदनामी हो सकती है । शनि शान्ति के निम्न्न उपाय आपको बेहद शुभ परिणाम दे सकता है ।
साल 2024 में कन्या राशि और शनि के दुस्प्रभाब को कम करने के उपाय :
1)कन्या राशि और शनि के दुस्प्रभाब को कम करने के लिए किसी भी बिद्वान ब्राम्हण द्वारा या स्वयं शनि के तंत्रोक्त , बैदिक या पौराणिक मन्त्रों के 23000 जाप करें या कराएं । शनि का तंत्रोक्त मंत्र निम्नलिखित है – “ॐ प्रां प्रीं स: शनैश्चराय नमः
2) कन्या राशि और शनि के दुस्प्रभाब को कम करने के लिए शनिबार का ब्रत रखे । इस दिन एक समय सायंकाल में ही भोजन करें । शनि संबंधी उपचार करने के बाद उपबास खोलने पर दान अबश्य ही करना चाहिए ।
3) कन्या राशि और शनि के दुस्प्रभाब को कम करने के लिए कीड़ी, नगरा सींचे। चीटियों को भोजन कराएं ।
4 )कन्या राशि और शनि के दुस्प्रभाब को कम करने के लिए काला कंबल, उड़द की दाल, काले तिल, तेल,चरण पादुका (जूते ), काला बस्त्र , मोटा अनाज व लोहे के पात्र का दान करना चाहिए ।
5) शनि की पीड़ा को कम करने के लिए , 7 प्रकार के अनाज व दालों को मिश्रित करके पक्षियों को चुगाएं ।
6 )बैगनी रंग का सुगन्धित रूमाल पास में रखें ।
7) शनि मंदिर में शनि की मूर्ति पर तिल का तेल चढ़ाएं ।
8) शनि भगबान के सामने खड़े रहकर दर्शन नहीं करें, किनारे में खड़े रहकर दर्शन करें , जिससे शनि की दृष्टि आप पर नहीं पड़े ।
9 )शनि न्याय के देवता है , अतः उन्हें हाथ नहीं जोड़ा जाता । दोनों हाथ पीछे करके सिर झुका कर उन्हें नमन करें ,जिस प्रकार ब्यक्ति न्यायाधिकारी सन्मुख खड़ा होता है ।
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आचार्य प्रदीप कुमार (मो) :+91-9438741641 (Call/Whatsapp)