कुलदेबताकर्षण मंत्र

कुलदेबताकर्षण मंत्र :

कुलदेबताकर्षण मंत्र : यह कुलदेबताकर्षण मंत्र हनुमानजी के मन्दिर में ४१ दिन तक यम नियम से करें । एक हजार मंत्र रोज करें । ४२ बें दिन २१ गुलाब के फूल लेकर मंदिर में जायें । उन फूलों पर २१ बार मंत्र पढ़े । मन में यह संकल्प करें कि मेरे घर में कौनसी देब बाधा या पितर बाधा है, जिसके कारण मुझे संकट प्राप्त हो रहे है । ऐसा सोच कर फूल सभी दिशाओं में फेंक देबे फिर हनुमानजी का ध्यान कर मंत्र पढ़ें । यदि ध्यान में कोई ब्यक्ति दिखाई देबे या ध्वनि सुनाई देबे तो उसका दोष जाने । यदि कुछ सुनाई दिखाई नहीं देबे तो घर आकर सो जाये रात्रि को स्वप्न में सब ब्रुतांन्त मालूम होगा । यदि स्वप्न भी नहीं आबे तो कोई दोष नहीं है ।

“ॐ नमो कामद काली कामाक्षा देबी तेरे सुमरे बेडा पार, पढ़ी पढ़ी मारूं गिन गिन फूल, जाहि बुलाई सोई आये, हांक मार हनुमान बीर पकड़ ला जल्दी, दुहाई तोय सीता सती, अंजनी माता की । मेरा मंत्र सांचा पिंड कांचा, फुरो मंत्र इश्वरो बाचा ।”

 

आज की तारीख में हर कोई किसी न किसी समस्या से जूझ रहा है । हर कोई चाहता है कि इन समस्याओ का समाधान जल्द से जल्द हो जाए, ताकि जिंदगी एक बार फिर से पटरी पर आ सके । आज हम आपको हर समस्या का रामबाण उपाय बताएंगे, जिसे करने के बाद आपकी हर समस्या का समाधान हो जाएगा ।

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