जानिये कर्क राशि के लोगों के बारे में कुछ खास बातें…
कर्क – ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो
ये राशि चक्र की चौथी राशि है। इस राशि का चिह्न केकड़ा है। यह चर राशि है। इस राशि के लोग भावुक होते हैं। इनका चित्त चंचल होता है। हवाई किले बनाना इनकी प्रवृत्ति होती है। हालांकि मेहनत करना भी इनकी विशेष प्रवृत्ति होती है। इस राशि की महिलाएं भी मेहनती होती हैं। इसके साथ ही ये दूसरों पर हुकूमत चलाने वाली होती हैं। कर्क राशि के जातक की आर्थिक स्थिति सामान्य ही रहती है। ये चाहते तो हैं कि धन जमा हो, लेकिन संतान पर खर्च हो जाता है। चोरी में भी धन बर्बाद होता है। इस राशि वालों में गुस्सा बहुत अधिक होता है लेकिन तत्काल ही शांत भी हो जाते हैं। इनका आंतरिक स्वभाव काफी सौम्य होता है लेकिन बाहर से ये बेहद सख्त होते हैं।
1- राशि स्वामी चंद्रमा है। इसके अंतर्गत पुनर्वसु नक्षत्र का अंतिम चरण, पुष्य नक्षत्र के चारों चरण तथा अश्लेषा नक्षत्र के चारों चरण आते हैं। इस राशि वालों को पति-पत्नी में मतभेद भी बना रहता है। एक-दूसरे को सही तरह से समझ नहीं पाते हैं। इस राशि का व्यक्ति विवाह जल्दी नहीं करता है, और अगर जबरन या दबाव में विवाह होता भी है तो पति-पत्नी में कलह की स्थिति बन जाती है। कर्क राशि के लोग कल्पनाशील होते हैं। कुंडली में शनि-सूर्य एक साथ हों तो व्यक्ति को मानसिक रूप से अस्थिर बनाते हैं और उसमें अहम की भावना बढ़ाते हैं। जातक बहुत महत्वाकांक्षी होते हैं। जब निराशा इनके हाथ आती है तो ये झुंझला उठते हैं। जातक दृढ़-निश्चय वाले होते हैं। ये अपने चाहने वालों के लिए अति प्रेमी, विश्वास योग्य और उनकी परवाह करने वाले होते हैं। बदले में ऐसी ही उम्मीद इन्हें अपने साथी से रहती है। हालांकि कभी-कभार ये अपने पार्टनर पर ज्यादा अधिकार जताने का प्रयास करते हैं।
2- रिलेशनशिप इनके लिए बहुत मायने रखता है। ये अपने प्यार की खुशियों के लिए कुछ कर गुजरने को तैयार रहते हैं। कर्क राशि के जातक अभिमानी होते हैं इसलिए ये अपने सिद्धांतों पर जीते हैं। जिस स्थान पर भी ये लोग काम करने की इच्छा करते हैं, वहां परेशानी ज्यादा मिलती है। ज्योतिषशास्त्र की कर्क राशि के अंतर्गत जन्मे पुरुष आमतौर पर स्त्रैण महिलाओं की तरफ आकर्षित रहते हैं। अवचेतन रूप से वह एक ऐसी महिला खोजना चाहता है जो आदर्श पत्नी और मां की उसकी छवि में उपयुक्त हो। कर्क के कुछ नकारात्मक लक्षणों में उदासीनता, निराशावाद और चिपके रहना शामिल हैं। हालांकि, उनमें कई सकारात्मक गुण भी हैं। सकारात्मक कर्क विशेषताओं में रचनात्मकता, सहजता, वफादारी और उदारता शामिल है।
3- कुंडली में शनि-बुध की युति व्यक्ति को होशियार बना देती है। शनि-शुक्र की युति हो तो व्यक्ति को धन प्राप्त होता है। शुक्र व्यक्ति को सजने – संवरने की कला देता है और शनि अधिक आकर्षण देता है।
व्यक्ति उपदेशक बन सकता है। कुंडली में बुध की अच्छी स्थिति से गणित की समझ और शनि से लिखने का प्रभाव बढ़ता है। कंप्यूटर के कामों में व्यक्ति को सफलता मिलती है। इस राशि वाले को कफ, अपच, गैस,पेट, लीवर और आंतों से संबंधित सामान्य समस्याएं होने का खतरा बना रहता है। लग्न के प्रभाव से आपको भावनात्मक समस्या जैसे अवसाद, हाइपोकोनड्रिया और हिस्टीरिया आदि जैसे रोग हो सकते हैं। आपका अति संवेदनशील होना आपकी पाचन शक्ति को कमजोर कर गैस्ट्रिक और अन्य पेट सम्बंधित रोग होने का खतरा बना रहा है। साथ ही कफ और आंख की कमजोरी की समस्या भी आपको रोगग्रस्त कर सकती है।
4- व्यक्ति श्रेष्ठ बुद्धि वाला, जल मार्ग से यात्रा पसंद करने वाला, ज्योतिषी, सुगंधित पदार्थों का काम करने वाला होता है। वह मातृभक्त होता है। केकड़ा जब किसी चीज या जीव को अपने पंजों में जकड़ लेता है तो उसे आसानी से छोड़ता नहीं है। उसी तरह ये लोग भी अपने लोगों को तथा अपने विचारों को आसानी से छोड़ते नहीं हैं। यह भावना उन्हें ग्रहणशील, एकाग्रता और धैर्य के गुण प्रदान करती है।
अपने बेहद क़रीबी लोगों के प्रति इनके अंदर समर्पण का भाव रहता है। फिर भी ये एक कुशल कूटनीतिज्ञ और बुद्धिमानी होते हैं। यदि किसी क्षेत्र में कर्क राशि के लोग थोड़ी मेहनत कर लें तो यह उस क्षेत्र में अपना परचम लहरा सकते हैं। इनकी यादाश्त शक्ति भी बहुत मजबूत होती है, लेकिन मितभाषी होने के कारण कभी-कभार ये कई ऐसे मौके गंवा देते हैं जिसमें ये बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। ये सेहत से जरुर थोड़े नाजुक होते हैं लेकिन कल्पना शक्ति के धनी होते हैं।
5- इनका मूड बदलते देर नहीं लगती है। कल्पनाशक्ति और स्मरण शक्ति बहुत तेज होती है। उनके लिए अतीत का महत्व होता है। मित्रता को जीवन भर निभाना जानते हैं, अपनी इच्छा के स्वामी होते हैं। ये सपने देखने वाले, परिश्रमी और उद्यमी होते हैं। कर्क लग्न के प्रभाव से आप में अंतरज्ञान, भावनाएं, और सपने देखने की प्रवृति हो सकती है। आप में भाषा और संवाद कौशल का विशेष गुण हो सकता है। इसके अतिरिक्त आपके तीक्ष्ण बुद्धि, सहृदयी, चंचल स्वभाव का होने की संभावनाएं भी बन रही है। आपकी लग्न के व्यक्तियों में कुछ आध्यात्मिक गुण भी पाए जाते हैं और कुछ लोगों में पागलपन के लक्षण भी पाए जाते हैं। आप लोगों की स्मरण शक्ति काफी मजबूत होती है। आप स्वभाव से सरल, संवेदनशील, दयालु और घरेलू प्रवृति के हो सकते है। व्यक्तिगत संबंधों में एक ओर आप ढृढ़स्नेही, कोमल, भावुक और रोमांटिक होते है जबकि दूसरी और आप हठी, अधिकार भावना और वफादारी के भावों से युक्त भी होते हैं।
6- व्यक्ति बचपन में दुर्बल होते हैं, लेकिन आयु के साथ-साथ उनके शरीर का विकास होता जाता है। इन लोगों को भोजन पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है।
आप संबंधों को लेकर काफी जबाबदेह होते हैं। आपके मजबूत स्मरण शक्ति के स्वामी होने की संभावना रहती है और आप किसी सदमे को कभी भूला नहीं पाते है। भावनात्मक प्रवृति का होने के कारण आप किसी की गलती को कभी नहीं भूलते हैं। जिसके कारण आप दोस्तों के लिए अच्छे और बुरे दोनों साबित हो सकते हैं। आप उज्ज्वल प्रवृति, अत्यंत सावधानी रखने वाले व समान रूप से उत्पादक भी साबित हो सकते हैं।
7- कर्क लग्न के लोगों की शारीरिक बनावट गोल होती है और तीस साल की उम्र में भी उम्रदराज दिखने लगते हैं। आपके बाल काले और कम हो सकते हैं। छोटी नाक, आंख बाहर को निकली हुई और टोढी गोल होती है। आपकी ऊंचाई औसत से छोटी होती है। आपकी लग्न के लोग अपने आकर्षक व्यक्तित्व के मामले में भाग्यशाली नहीं होते। आपकी शारीरिक बनावट ठीक-ठाक होती है । आपके शरीर का ऊपरी हिस्सा चौड़ा होता है। सामान्यत: इस राशि के लोग गोरे रंग के होते हैं।
8- आप बेहद संवेदनशील, जिज्ञासु और बेचैन प्रवृत्ति के होते हैं। संतान के प्रति आप भाग्यशाली होते हैं। जातक की संतान उच्च पद पर आसानी से पहुंच जाते हैं। कर्क राशि के लोग अपने जीवनसाथी के प्रति वफादार रहते हैं। ये आमतौर पर अपने साथी की प्रशंसा शब्दों में नहीं करते लेकिन जब मूड में होते हैं तो प्रशंसा का पाठ लिख देते हैं। इस राशि के लोग समर्पित जीवसाथी होते हैं। इनके लिए बच्चों और परिवार का विशेष महत्व होता है। इस राशि के जातक बातूनी, आत्मनिर्भर, ईमानदार, न झुकने वाले और न्यायप्रिय होते हैं। स्मरणशक्ति उत्तम रहती है। हालांकि क्रोधी, निराशावादी, अविश्वसनीय, कुटिल, असुरक्षित महसूस करना इनकी कमजोरी है।
9- इस राशि के तहत पैदा हुए लोग, अपने घरों, जड़ों और अपने घोंसले से बहुत प्यार करते हैं। जातक संवेदनशील और भावनात्मक होते हैं और अपने घर और परिवार के आराम के साथ बहुत खुश रहते हैं। घरेलू मोर्चे पर शांतिपूर्ण माहौल में ये अपना सबसे बेहतर प्रदर्शन करते हैं। अपने मूल स्वभाव से पोषित कर्क राशि के जातक एक गहरी मातृ वृत्ति के अधिकारी और सहज और स्वाभाविक ज्ञान से परिपूर्ण होते हैं।
इस राशि के जातक को परिवार से ज्यादा लगाव होता है। इन्हें यात्राएं करना बहुत पसंद होता है, लेकिन ये खुद को ज्यादा दिनों तक घर से दूर नहीं रख पाते हैं। जातक सामाजिक गतिविधियों में खूब भाग लेते हैं। ये महान देश भक्त होते हैं। कर्क राशि के जातक न सिर्फ भावनाओं को अच्छी तरह व्यक्त कर पाते हैं बल्कि दूसरों की भावनाओं को भी समझते हुए उसका सम्मान करते हैं। यह अत्यंत मूडी, शर्मीले और कई बार बच्चों की तरह लगने लगते हैं।
10- कर्क राशि के लोग बेहद अंतर्मुखी होते हैं। इन्हें समझना काफी कठिन होता है। अक्सर ये अपनी भावनाओं को छुपाने में कामयाब हो जाते हैं। जब तक ये एक अच्छे मूड में रहते हैं, दयालु और मिलनसार होते हैं। लेकिन जब ये अनावश्यक रूप से आहत होते हैं, तो इनका व्यवहार कड़वा और विषादपूर्ण हो जाता है। कई बार ये दूसरों के प्रति असंवेदनशील, कड़क, अशिष्ट और तुनकमिजाज हो जाते हैं, लेकिन इनका संवेदनशील साथी ही यह नोटिस कर पाता है कि इस दुर्व्यवहार के पीछे इनकी असुरक्षा की भावना छिपी हुई है। यदि सब कुछ ठीक-ठाक चलता रहे तो ये सराहनीय, दयालु, उदार, समझदार और अनुग्रहशील होते हैं।
11- ये कला, बिक्री, मीडिया और प्रदर्शन कला के क्षेत्र में नाम कमाते हैं। धन और भौतिक लाभ इनके लिए काफी महत्वपूर्ण होता है। हालांकि ये अपने कमाये पैसे खर्च करने के मामले में कंजूस होते हैं, पर अचानक प्राप्त हुए धन को बड़ी आसानी से खर्च कर सकते हैं। ये अपने से विपरीत प्रकृति वालों के साथ रोमांस करना पसंद करते हैं। ये मजबूत और सफल लोगों की ओर आकर्षित होते हैं।
कर्क राशि को समझ पाना सबसे चुनौतीपूर्ण कार्यों में से एक हो सकता है। स्वामी ग्रह चंद्र होने के कारण, चंद्र चक्र के कई चरणों में कर्क के आंतरिक रहस्यों को गहराते हुए क्षणभंगुर भावनात्मक स्वरूप बना सकता हैं, जो विशेष रूप से बाल्यवस्था में संवेदनशील कर्क के नियंत्रण से बाहर है। यह अपने आप को मिजाज में बदलाव, स्वार्थ, हेरफेर और क्रोध के दौरे के रूप में दर्शा सकता है। कर्क दूसरों की मदद करने और टकराव से बचने में फुर्तीले होते हैं। इनकी सबसे बड़ी शक्तियों में से एक निरंतर दृढ़ संकल्प है।
12- कर्क राशि में पैदा हुए व्यक्ति के लिए सतही या बहुत महत्वाकांक्षी जीवनसाथी अनुपयुक्त है। कर्क अपने जीवनसाथी के प्रति वफादार और समर्पित होते हैं। उपहार और मौखिक प्रशंसा बरसा कर अपना प्यार और स्नेह प्रदान करते हैं। कर्क एक समर्पित साथी है, जो शादी और बच्चों को पसंद करता है। कर्क के राशि में जन्मे लोग उत्कृष्ट माता-पिता होते हैं। कर्क राशि के जातक हमेशा दोस्ती का हाथ बढ़ाने के लिए तैयार हैं। दोस्त अगर इनके पारिवारिक जिम्मेदारियों में हस्तक्षेप न करें तो वे उनका बहुत सम्मान करते हैं। कर्क वाले बहुत निरंतर और संवेदनशील हो सकते हैं। जब कोई काम किया जाना हो, वे अपनी आस्तीन ऊपर करके काम को सफलतापूर्वक खत्म करेंगे। जब काम करने के लिए अकेला छोड़ दिया जाए, तो वे बेहतर प्रदर्शन करते हैं और उनके काम की निगरानी करने की बिल्कुल जरूरत नहीं है। नर्स, सफाईकर्मी, माली, नेता और पत्रकार के रूप में उनका बेहतरीन करियर होगा।
13- कर्क राशि की महिलाएं बहुत संवेदनशील और भावुक होने के कारण कर्क महिलाओं के जल्दी प्यार में पड़ने की संभावना नहीं हैं। हालांकि, एक बार आपके द्वारा उसका विश्वास प्राप्त करते ही कर्क महिला भावुक और वफादार साथी साबित होगी। कर्क महिला को अपने जीवन में बनाये रखने के लिए, आप को वफादार, शिष्ट और ईमानदार होना चाहिए। कर्क राशि के अंतर्गत जन्मी महिला एक विश्वासघात को कभी भूलेगी नहीं। संभवतः कर्क राशि में जन्मी महिला उस पुरुष के लिए सही विकल्प नहीं है, जो एक रात के लिए पार्टनर चाहता है।
– माता से संबंध अच्छेर बनाए रखें।
– मां की आज्ञा की अवहेलना न करें।
– साफ-स्वच्छ जल ही ग्रहण करें।
सलाह:-28 वर्ष पूर्ण होने पर ही विवाह करें।
– धार्मिक स्थान पर नंगे पैर जाएं।
– अपने मन की बातें किसी को न बताएँ।
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