जानिये कुम्भ राशि के लोगों के बारे में कुछ खास बातें….
कुंभ – गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा
राशि चक्र की यह ग्यारहवीं राशि है । कुंभ राशि का चिह्न घड़ा लिए खड़ा हुआ व्यक्ति है । इस राशि का स्वामी भी शनि है । शनि मंद ग्रह है तथा इसका रंग नीला है । इसलिए इस राशि के लोग गंभीरता को पसंद करने वाले होते हैं एवं गंभीरता से ही कार्य करते हैं । इनका स्वभाव कोमल , सरल और सद्गुणी होता है । इस राशि के लोग क्रोध कम ही करते हैं । किसी कारणवश अगर विशेष क्रोधित हो भी जाते हैं तो सामने वाले व्यक्ति के प्रति कोई बुरा भाव नहीं रखते । इस राशि के लोग एकांतप्रिय और मेहनती होते हैं ।
1- कुंभ राशि वाले लोग बुद्धिमान होने के साथ – साथ व्यवहारकुशल होते हैं । जीवन में स्वतंत्रता के पक्षधर होते हैं । प्रकृति से भी असीम प्रेम करते हैं । शीघ्र ही किसी से मित्रता स्थापित कर सकते हैं । सामाजिक क्रियाकलापों में रुचि रखने वाले होते हैं । इसमें भी साहित्य, कला, संगीत व दान इनको बेहद पसंद होता है ।
2- इस राशि के लोगों में साहित्य प्रेम भी उच्च कोटि का होता है। वे केवल बुद्धिमान व्यक्तियों के साथ बातचीत पसंद करते हैं । कभी भी आप अपने मित्रों से असमानता का व्यवहार नहीं करते हैं । उनका व्यवहार सभी को उनकी ओर आकर्षित कर लेता है । कुंभ राशि के लड़के दुबले होते हैं । व्यवहार स्नेहपूर्ण होता है । इनकी मुस्कान इन्हें आकर्षक व्यक्तित्व प्रदान करती है ।
3- इनकी रुचि स्तरीय खान – पान व पहनावे की ओर रहती है । ये बोलने की अपेक्षा सुनना ज्यादा पसंद करते हैं । इन्हें लोगों से मिलना – जुलना अच्छा लगता है । अपने व्यवहार में बहुत ईमानदार रहते हैं, इसलिये अनेक लड़कियां इनकी प्रशंसक होती हैं । इनको कलात्मक अभिरुचि व सौम्य व्यक्तित्व वाली लड़कियां आकर्षित करती हैं ।
4- अपनी इच्छाओं को दूसरों पर लादना पसंद नहीं करते हैं और अपने घर परिवार से स्नेह रखते हैं । जातक तर्क की परवाह नहीं करते और अपने मन मुताबिक कार्य करते हैं । एक बार जो अपनी राय बना लेते हैं , उसके बाद अपनी सोच को नहीं बदलते हैं ।
5- कुंभ राशि की लड़कियां बड़ी – बड़ी आंखों वाली होती हैं। यह कम बोलती हैं, इनकी मुस्कान आकर्षक होती है । इनका व्यक्तित्व बहुत आकर्षक होता है, किंतु आसानी से किसी को अपना नहीं बनाती हैं । ये अति सुंदर और आकर्षक होती हैं। ये किसी कलात्मक रुचि, पेंटिग, काव्य, संगीत, नृत्य या लेखन आदि में अपना समय व्यतीत करती हैं । ये सामान्यत: गंभीर व कम बोलने वाले व्यक्तियों के प्रति आकर्षित होती हैं ।
इनका जीवन सुखपूर्वक व्यतीत होता है, क्योंकि ये ज्यादा इच्छाएं नहीं करती हैं । अपने घर को भी कलात्मक रूप से सजाती हैं । इस राशि की स्त्री को प्रसवावस्था में बहुत कष्ट होता है और बच्चे जुड़वां भी हो सकते हैं । माता या पिता में से किसी एक की आकस्मिक मौत हो सकती है तथा धननाश होने का योग भी रहता है ।
6- जातक आम तौर पर काफी ईमानदार होते हैं। निष्पक्ष और सहनशील भी । इस राशि वालों की संतान प्रायः आज्ञाकारी नहीं हुआ करती । जातक का जन्म सूर्योदय के आस – पास होने से ह्रदय रोग का खतरा रहता है । पेट व सिर की पीड़ा तथा गले में टांसिल होने की भी आशंका बनी रहती है ।
7- इस राशि वाले को जल में डूबने का खतरा भी रहता है । इन्हें नदी व तालाब में तैरना नहीं चाहिए । इस राशि पर शनि का आधिपत्यन है। वायु तत्वी।य, विषम और स्थिर राशि है । इस राशि में कोई भी ग्रह उच्चत या नीच का नहीं होता। इस लग्न के जातक आमतौर पर लंबे, दुबले, क्रियाशील, नकारात्म क सोच वाले, काम में लगे रहने वाले और मजबूत शरीर वाले होते हैं । ये दिमागी रूप से इतने सजग होते हैं कि इन्हेंर प्रशंसा अथवा अन्य चापलूसी वाले तरीकों से खुश किया या बरगलाया नहीं जा सकता ।
8- जातक अपने तय नियमों और सिद्धांतों पर अडिग रहते हैं, फलस्वरूप सामाजिक स्तीर पर कई बार बहिष्कातर की स्थिति तक पहुंच जाते हैं। धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष में कुंभ राशि के जातक काम के प्रति झुके हुए होते हैं, यहां काम का अर्थ अभिलाषा समझें । ऐसे जातक अगर अकेले में या बिना मित्रों के रहेंगे तो खराब स्थिति में रहेंगे । इस राशि के लोग ईमानदार और अच्छे चरित्र के होते हैं । जातक प्रोफेसर या अच्छे लेखक भी होते हैं। जातक को अपनी शक्ति पर भरोसा नहीं होता है । फलस्वरूप अच्छा काम मिल जाने पर भी ये लोग उसका उचित उपयोग नहीं कर पाते हैं ।
9- जातक नई बातों को समझने और आत्मेसात करने के मामले में कुछ कमजोर होते हैं , इसके चलते उन पर बहुत जल्दीक पुरातनपंथी होने का ठप्पाे लग जाता है । इस राशि वालों के भाग्य में यात्रा का अपार योग होता है , लेकिन यात्रा से इन्हें कोई लाभ नहीं मिल पाता है। धन, स्वास्थ्य की हानि की पूरी संभावना रहती है । यात्राओं में इन्हें चोट भी लग सकती है । किसी शस्त्र या पशु से जख्मी भी हो सकते हैं ।
10- इस राशि वालों को भाग्योदय के लिए पुण्य करना पड़ता है , इनके बैरी अक्सर इनको हानि पहुंचाते रहते हैं । हालांकि इन्हें किसी उच्चाधिकारी की मदद मिल जाती है । उच्चाधिकारी के सहयोग से ये अपने लक्ष्य में सफल हो जाते हैं । सभी के लिए स्वतंत्रता और समानता की इच्छा के कारण वे हमेशा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और गतिविधि सुनिश्चित करने का प्रयास करेंगे । जातक को दूसरों पर भरोसे के लिए सीखने की जरूरत है ।
11- जातक को चाहिए कि अपनी शक्ति पर भरोसा करें । यात्रा के दौरान सतर्कता बरतें । नदी और तालाब में तैरने से परहेज करें । जातक भविष्य देख पाने में सक्षम होते हैं । खुलापन, संवाद, कल्पना और जोखिम की इच्छा इस राशि के जीवन के परिप्रेक्ष्य में अच्छी तरह से समाने वाले गुण हैं । एक लंबी अवधि के रिश्ते चाहने वाले लोगों में निष्ठा और ईमानदारी सबसे जरूरी है । प्यार में वे वफादार और प्रतिबद्ध हैं हक जताने वाले नहीं । वे अपने साथियों को स्वतंत्रता देते और उन्हें बराबर मानते हैं । यदि जरूरी हुआ तो कुंभ अपने प्रिय के लिए आत्म बलिदान जैसा कुछ भी करेंगे । जब परिवार की बात आती है, उनकी उम्मीदें भी कुछ कम नहीं होती । भले ही उनमें रिश्तेदारों के लिए कर्तव्य की भावना है, अगर उनकी उम्मीदों को पूरा नहीं करते हैं तो , मित्रों से भी वे घनिष्ठ संबंध बनाकर नहीं रखते । जातक में खर्च करने और पैसे की बचत के बीच एक संतुलन बनाए रखने की प्रतिभा होती है । अभिनय, लेखन, शिक्षण, फोटोग्राफी या विमान संचालक के रूप में करियर इस राशि के लिए उपयुक्त हैं।
12- कुंभराशि के लोग मूल रूप से अंदर से मजबूत और आकर्षक व्यक्तित्व के अधिकारी होते हैं । जातक को चाहिए कि सावधानी से मित्रों का चुनाव करें, लेकिन मित्र जरूर रखें । कुंभ राशि अथवा लग्नच वाली स्त्रियां अपने साथी को संतोषजनक पाने पर उनका पूरा साथ देती हैं, लेकिन असंतुष्ट होने पर अपने पति को छोड़ देने में भी हिचकिचाती नहीं हैं । कुंभ जातकों के लिए गुरु, शुक्र, मंगल और सोमवार श्रेष्ठे बताए गए हैं । शुभ रंग – पीला, लाल, सफेद और क्रीम है ।
जातक के गुण – प्रगतिशील, मूल, स्वतंत्र, मानवीय जातक के गुण हैं तो भावनात्मक अभिव्यक्ति से भागना, मनमौजी, अटल, एकांत अवगुण भी । मित्रों के साथ मस्ती, दूसरों की मदद, किसी कारण के लिए लड़ना, बौद्धिक वार्तालाप, एक अच्छा श्रोता स्वभाव भी । कुंभ राशि में जन्मे लोग शर्मीले और शांत होते हैं, लेकिन दूसरी ओर वे सनकी और ऊर्जावान हो सकते हैं। हालांकि, दोनों ही मामलों में वे गहन विचारक और अत्यधिक बौद्धिक लोग हैं जिन्हें दूसरों की मदद करना पसंद है । दोनों पक्षों पर प्रतिकूल प्रभाव डाले बिना देख पाने में सक्षम रहने के कारण वे आसानी से समस्याओं का समाधान करने वाले होते हैं । जातक संभावनाओं से भरी एक जगह के रूप में दुनिया को देखते हैं ।
अपने निजी जीवन में किसी अन्य का हस्तक्षेप ये बिलकुल बर्दाश्त नहीं करतीं । वह अपनी जिंदगी अपने हिसाब से जीना पसंद करती हैं और इसके लिए वह परिवार और समाज से भी लड़ सकती हैं । इस राशि की महिलाओं को बिन मांगे सलाह देने वाले लोगों से काफी नफरत होती है । प्यार के मामले में वे बहुत जल्दी किसी की बातों में नहीं आतीं लेकिन इनका स्वभाव थोड़ा फ्लर्टी होता है । ये स्त्रियां प्रेम संबंध तो जल्दी बना लेती हैं लेकिन उसे शादी तक पहुंचाने में जल्दबाजी नहीं करतीं । वह हमेशा यह जानने की कोशिश करती हैं कि उनका पार्टनर उनके लिए कितना सही है । वह उन्हें कितना समझता है । वे किसी भी उम्र, जाति और संस्कृति से जुड़े लोगों की ओर आकर्षित हो जाती हैं । ये महिलाएं पहले दोस्ती का हाथ बढ़ा देती हैं । ये अपने रिश्ते को प्यार और जीवंतता से भरपूर रखती हैं। इनके व्यक्तिव की खूबी इनकी बातचीत में झलकती है । ये खुद की बनाई विचारधारा पर गर्व करती हैं । इन्हें चुनौतियां स्वीकार करना अच्छा लगता है ।
– भगवान भैरव की उपासना करें।
– तिल, उड़द, भैंस, लोहा, तेल, काला वस्त्र, काली गौ और जूता दान करें। चींटी और कौवे को प्रतिदिन रोटी खिलावें।
– कटोरी में थोड़ा – सा सरसों का तेल लेकर अपना चेहरा देखकर शनि मंदिर में अपने पापों की क्षमा मांगते हुए रख आएं ।
– दांत साफ रखें। – बालों का ध्यान रखें।
– हड्डियां कमजोर न पड़ने दें।
– पराई स्त्री से संबंध न रखें।
– अंधे – अपंगों, सेवकों और सफाईकर्मियों से अच्छा व्यवहार रखें।
To know more about Tantra & Astrological services, please feel free to Contact Us :
ज्योतिषाचार्य प्रदीप कुमार : 9438741641 (call/ whatsapp)