जानिये धनु राशि के लोगों के बारे में कुछ खास बातें…
धनु – ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे
राशि स्वरूप – धनुष उठाए हुए
धनु द्वि – स्वभाव वाली राशि है। इस राशि का चिह्न धनुषधारी है। यह राशि दक्षिण दिशा की प्रतीक है। इस राशि वालों को स्नायु विकार की व्याधि होती है। इस कारण से इनका बुढापा कष्टदायक होता है। धनु राशि वाले काफी खुले विचारों के होते हैं। जीवन के अर्थ को अच्छी तरह समझते हैं। दूसरों के बारे में जानने की कोशिश हमेशा करते रहते हैं। इस राशि के व्यक्ति सरकार से सम्मानित भी होते हैं। धनु राशि के कुछ सबसे अच्छे गुणों में उसका साहस एवं आशावाद शामिल हैं। धनु राशि में जन्मे लोग जब अपने दिमाग में कोई कल्पना कर लें, तो वे इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए कुछ भी कर सकते हैं। वे जानते हैं कि किस परिस्थिति में क्या कहना है।
1- धनु राशि वालों को रोमांच काफी पसंद होता है। ये निडर व आत्म विश्वासी होते हैं। ये अत्यधिक महत्वाकांक्षी और स्पष्टवादी होते हैं। स्पष्टवादिता के कारण दूसरों की भावनाओं को ठेस पहुंचा देते हैं। धनु की कुछ नकारात्मक विशेषताओं में उसकी लापरवाही और अधीरता शामिल हैं। धनु पुरुष अति आत्मविश्वासी हो सकता है। वह आजादी चाहता है और चिपकू महिलाओं को पसंद नहीं करता। जातक क्षण में क्रोधित होते हैं और क्षण में शांत भी हो जाते हैं।
2- इनके अनुसार जो इनके द्वारा परखा हुआ है, वही सत्य है। इसीलिए इनके मित्र कम होते हैं। धनु राशि के लड़के मध्यम कद – काठी के होते हैं। इनके बाल भूरे व आंखें बड़ी – बड़ी होती हैं। इनमें धैर्य की कमी होती है। जातक ज्यादा फ़िक्र नहीं करते कि वे पैसा कहां से अर्जित करेंगे। वे जोखिम लेने वाले और बहुत आशावादी होते हैं। जातक का बचपन गरीबी में गुजरता है , लेकिन युवावस्था तक आते – आते ये लोग अपने प्रयासों से अपनी स्थिति सुधार लेते हैं ।
3- इन्हें मेकअप करने वाली लड़कियां पसंद हैं। इन्हें भूरा और पीला रंग प्रिय होता है। अपनी पढ़ाई और करियर के कारण अपने जीवन साथी और विवाहित जीवन की उपेक्षा कर देते हैं। पत्नी को शिकायत का मौका नहीं देते और घरेलू जीवन का महत्व समझते हैं। ये लोगों से मिलना, उनके साथ बातचीत करना और उनके साथ सामाजिक नेटवर्क का विस्तार करना चाहते हैं | जातक काम की गुणवत्ता और व्यक्तिगत संबंध दोनो को महत्व देते हैं |
4- धनु राशि की लड़कियां लंबे कदमों से चलने वाली होती हैं। ये आसानी से किसी के साथ दोस्ती नहीं करती हैं। ये एक अच्छी श्रोता होती हैं और इन्हें खुले और ईमानदारी पूर्ण व्यवहार के व्यक्ति पसंद आते हैं। इस राशि की स्त्रियां गृहणी बनने की अपेक्षा सफल करियर बनाना चाहती है। इनके जीवन में भौतिक सुखों की महत्ता रहती है। सामान्यत: सुखी और संपन्न जीवन व्यतीत करती हैं ।
5- इस राशि के व्यक्ति ज्यादातर अपनी सोच का विस्तार नहीं करते एवं कई बार कन्फयूज रहते हैं। एक निर्णय पर पंहुचने पर इनको समय लगता है एवं यह देरी कई बार नुकसानदायक भी हो जाती है। इस राशि के जातक ज्यादातर दूसरों के मामलों में दखल नहीं देते एवं अपने काम से काम रखते हैं। ट्रैवल एजेंट, फोटोग्राफर, शोधकर्ता, कलाकार, राजदूत, आयातक और निर्यातक जैसे कार्य इस मुक्त उत्साही व्यक्ति के लिए उपयुक्त रहते हैं। जातक सफल वक्ता होते हैं। जातक को गोली चलाने में बड़ा मजा आता है। इस काम में कहीं हानि न हो, इससे इन्हें भय भी बना रहता है। जातक सरकारी नौकरी में हो तो बहुत तरक्की करता है। इस राशि के लोग बड़े उद्योगपति भी होते हैं, लेकिन अचानक हानि के कारण इनका पतन भी हो जाता है।
6- इनका पूरा जीवन लगभग मेहनत करके कमाने में जाता है या यह अपने पुश्तैनी कार्य को ही आगे बढाते हैं। इन्हें अत्यधिक आत्मविश्वास से बचना चाहिए। कारण इस राशि के लोगों का अचानक हानि से पतन भी हो जाता है। जातक पाबंदी पसंद नहीं करता है। यह स्वतंत्र विचार वाला होता है। कैसी भी मुश्किल आए धनु जातक कभी रास्ते के मध्य में छोड़ कर नहीं जाते हैं | जब पूरी टीम की हिम्मत जवाब दे गयी हो तो ये पूरे माहौल को ऊर्जा और उत्साह से भर देते हैं।
7- जिज्ञासु और ऊर्जावान, धनु सभी राशियों में से सबसे बड़े यात्रियों में एक है। उनका खुला मन और दार्शनिक दृष्टिकोण जीवन के अर्थ की खोज में दुनिया के चारों ओर घूमने के लिए उन्हें प्रेरित करती है।जातक आशावादी तो होते हैं पर साथ ही साथ शंकालु भी होते हैं। ये अपनी स्वतंत्रता को प्यार करते हैं, बंधन इन्हे परेशान और चिड़चिड़ा बना देता हैं।
8- धनु बहिर्मुखी , आशावादी तथा उत्साही और परिवर्तनों को पसंद करता है। धनु राशि में जन्मे जातक अपने विचारों को ठोस कार्रवाई में बदलने के लिए सक्षम हैं और वे अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कुछ भी करेंगे। जातक धर्म, दर्शन और सब कुछ के अर्थ में रुचि रखते हैं। धनु जातक अच्छे यात्रा लेखक, प्रेरक वक्ता , यात्रा गाइड, ट्रैवल एजेंट आदि बन सकते हैं | चूंकि इनके पास अंर्तज्ञान होता हैं और ये जानते हैं कि कैसे दूसरों को अच्छा महसूस करा सकते हैं | जब ये किसी कारणवश कार्य करते हैं तो ये असाधारण प्रदर्शन करते हैं। अत: ये प्रभावशाली राजनेता, मानव संसाधन प्रबंधक, एनजीओ कार्यकर्ता, शिक्षक, दार्शनिक, कार्यकर्ता, चिकित्सक, डॉक्टर आदि हो सकते हैं। ऎसा काम जिसमें हर मिनट का विवरण दिया जाना हो ये असक्षम होते हैं , ये पूरे काम को एक – एक नजरिये से आंकते हैं और फ़िर क्या कार्रवाई करनी है इसकी योजना बनाते हैं।
9- अन्य अग्नि राशियों की तरह धनु को जितना संभव हो उतना अनुभव करने के लिए लगातार दुनिया के साथ संपर्क में रहने की जरूरत है। धनु राशि का स्वामी ग्रह बृहस्पति राशि चक्र का सबसे बड़ा ग्रह है। उनके उत्साह की कोई सीमा नहीं है, और इसलिए धनु राशि में जन्में लोग मजाकिया और एक तीव्र जिज्ञासा वाले होते हैं।
10- स्वतंत्रता उनका सबसे बड़ा खजाना है क्योंकि उसके बाद ही वे स्वतंत्र रूप से यात्रा करते हुए विभिन्न संस्कृतियों और दर्शन को तलाश सकते हैं। इस राशि के लोग यात्राएं बहुत करते हैं, और कभी किसी यात्रा के दौरान ही किसी प्रियजन की मौत का समाचार भी इन्हें मिलता है।
11- धनु राशि में पैदा हुए लोग बहुत चंचल और विनोदी होते हैं। जिसका मतलब है कि वे अपने साथियों के साथ खूब मजे करेंगे। समान रूप से खुले साथी निश्चित रूप से भावुक, अर्थपूर्ण धनु के अनुरूप होंगे जो लगभग कुछ भी परखने के लिए तैयार है। जब उन्हें सही मायने में प्यार हो जाए, तो वे बहुत वफादार, भरोसेमंद और समर्पित रहते हैं। जातक चाहते हैं कि उनके जीवनसाथी बौद्धिक, संवेदनशील और अर्थपूर्ण हो।
12- धनु राशि में जन्मे लोग जीवन तथा संस्कृति की विविधता का आनंद लेना तथा हंसना पसंद करते हैं , तो वे सरलता से दुनिया भर के कई मित्रों को हासिल कर लेंगे। वे उदार होते हैं। जब परिवार की बात आती है, धनु पूरी तरह से समर्पित और लगभग कुछ भी करने को तैयार है। जातक को यह समझना होगा कि आवेगी निर्णय और ना समझ जोखिम उन्हें मुश्किल में डाल सकता है।
धनु राशि की महिलाएं ….!!!
धनु महिलाएं तूफानी, स्वतंत्र, मजेदार, मित्रवत और निर्गामी होती हैं। वे कामुक तरीके से खुद को व्यक्त करने का आनंद लेती हैं और वे पूर्णता के साथ जीवन जीने के लिए दृढ़ संकल्पित होती हैं । धनु राशि की महिलाओं का व्यक्तित्व जीवंत, जिज्ञासु और रोमांचक है ।धनु राशि में जन्मी महिला स्वतंत्रता और मुक्तता को महत्व देती है । एक बार धनु महिला के प्यार में पड़ते ही , वह एक वफादार और परवाह करने वाली जीवनसाथी होगी । प्रायः धनु महिला के जीवन भर में आमतौर पर कई प्रेम संबंध होते हैं।
कुंडली में बृहस्पति खराब होने से सिर पर चोटी के स्थान से बाल उड़ जाते हैं । जातक गले में माला पहनने की आदत डाल लेता है । सोना खोने या चोरी होने का भय रहता है । बिना कारण शिक्षा रुक जाती है । व्यक्ति के संबंध में व्यर्थ की अफवाहें उड़ाई जाती हैं । आंखों में तकलीफ होना, मकान और मशीनों की खराबी, अनावश्यक दुश्मन पैदा होना, धोखा होना, सांप के सपने। सांस या फेफड़े की बीमारी, गले में दर्द।
– पिता, दादा और गुरु का अपमान न करें।
– धर्म स्थान, धर्मग्रंथ, देवी और देवता का अपमान न करें।
– गीता का पाठ या कृष्ण नाम जपें।
– हल्दी की गांठ घर में रखें।
– गुरु ज्यादा खराब हो या उसे जल्द ही ठीक करना हो तो घर के उत्तर में पीपल पेड़ लगाएं।
– पश्चिम या उत्तर मुखी मकान हो तो अति उत्तम। ईशान में ही जल का स्थान रखें।
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ज्योतिषाचार्य प्रदीप कुमार: 9438741641 (call/ whatsapp)