मंत्र : “ओम काला बिछू कंकड बाला ।
सोने का, रुपे का प्याला ।
मैं क्या जानुं, बिछू तेरी जात ।
जन्म्या चौदस-माबस की रात ।
चढी को उतारो, उतरती को मारो ।
सहब मंकडी फुकारो, फुरो मंत्र ईश्बरो बाचा ।“
बिछू जहर उतारने का मंत्र बिधि :
इस मंत्र का 108 जाप प्रत्येक दिन के हिसाब से 21 दिनों तक करने पर मंत्र सिद्ध होता है । यदि किसी को बिछू काट ले, तब सबसे पहले काटे हुए स्थान से 10 उंग्ली ऊपर फौरन किसी मजबुत डोरी से बांध देना चाहिए । उसके बाद नीम या आम की डाली अथबा मोर के पंख से मंत्र को पढते हुए झाडते रहना चाहिए । यह क्रिया 21 बार करते रहने के पशचात् बिष उतर जाता है ।
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जय माँ कामाख्या