तीक्ष्ण विश्व मोहिनी साधना कैसे करें :-
विश्व मोहिनी साधना : राजनीति , कोर्ट कचहरी , व्यापार , प्रेम विवाह जमीन जायदाद का झगड़ा और कोई भी ऐसा स्थान जहां पर जाने पर आपको नाकामयाबी हासिल होती हो तो आप तीक्ष्ण विश्व मोहिनी साधना से हर क्षेत्र के अंदर कामयाबी हासिल कर सकते हैं ।
विश्व मोहिनी साधना विधि :
एक देवी की प्रितमा स्थापत करे अगर देवी योग माया की मूर्ति न मिले तो दुर्गा की मूर्ति स्थापन कर ले । फिर उसे सुगंध द्रव्य से शनान कराये और उस पे इत्र और चुनरी चढ़ाए ।
16 प्रकार का सिंगार ले और जहां बेजोट पे लाल वस्त्र के उपर देवी की मूर्ति स्थापन करनी है और उसके सामने बेजोट पे ही 16 सिंगार रख देने है और सात किसम की मिठाई का भोग लगाए और एक तिल की ढेरी पे तिल के तेल का दिया लगा दे जो देवी के चित्र के ठीक सामने रखे देवी का पंचो उपचार पूजन करना है ।
फल फूल धूप दीप नवेध अक्षत आदि से लाल रंग के फूल चढ़ाये देवी ! और सामने ही लाल रंग के आसान पे लाल रंग के वस्त्र पहन कर बैठे दिशा पूर्व की तरफ मुख रखे । पूजन से पहले गुरु जी और गणेश पूजन कर आज्ञा ले और देवी का पूजन करे फिर सफटिक / मोती की माला से जप करे ।
आप एकादशी से शुरू करके 7 दिनो में जप पूर्ण कर सकते है । साधना के बाद सिंगार का समान या तो किसी मंदिर में कुछ दक्षिणा के साथ चढ़ा दे जा किसी कन्या को दे दे । अगर संभव न हो तो नदी के पास किनारे पे छोड़ दे ।
विश्व मोहिनी साधना का समय रात को करे 8 से शुरू कर कभी भी कर ले । मंत्र संख्या 9000 हजार है आप चाहे एक सप्ताह में कर ले या जैसा आप उचित समझे । दिन संख्या निर्धारित नहीं है जप 9000 करना है ।
आप चाहे तो 16 माला रोज कर एक सप्ताह में जप पूर्ण कर सकते है । इस तरीके से भी विश्व मोहिनी साधना पूर्ण हो जाती है जप मधुरता से ही करे जल्दबाज़ी न करे इसी लिए एक सप्ताह का वक़्त दिया है । जल्दबाज़ी में कभी धीरे या तेजी से जाप करना श्रेष्ठ नहीं है क्यू के यह साधना बहुत तीक्ष्ण है ! विश्व मोहिनी साधना काल में ब्रह्मचर्य अनिवार्य है ।
विश्व मोहिनी साधना मंत्र :
विश्व मोहिनी साधना मंत्र – “ॐ ह्रीं सर्व चक्र मोहिनी जाग्रय जाग्रय ॐ हुं स्वाहा !!”
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ज्योतिषाचार्य प्रदीप कुमार ( मो.) 9438741641 {Call / Whatsapp}