मोहनम् :
त्वं बैष्णबी शक्तिरनन्तबीर्या बिश्वस्य बीजं परमासि माया ।
सम्मोहितं देबि समस्तमेतत् त्वं बै प्रसन्ना भुबि मुक्ति हेतु: ।।
उपर्युक्त मंत्र में “क्लीं” बीज का सम्पुट लगाकर प्रतिदिन ब्रह्म- मुहूर्त में ग्यारह माला का जप चालीस दिनों तक करें । अभिलाषित ब्यक्ति का अबश्य ही सम्मोहन होगा ।
प्रयोग बिधि – श्री दुर्गा सप्तशती के छठबे अध्याय में बर्णित भगबती पद्माबती के स्वरुप का ध्यान करें । शेष सभी कर्म आकर्षण के अनुसार ही किये जायेगें ।
हबन मंत्र –
“क्लीं त्वं बैष्णबी शक्तिरनन्तबीर्या बिश्वस्य बीजं परमासि माया ।
सम्मोहितं देबि समस्तमेतत् त्वं बै प्रसन्ना भुबि मुक्ति हेतु: क्लीं स्वाहा ।।”
दूसरों तथा स्वयं की सुख –शान्ति चाहने बालों के लिए ही यह दिया गया है । इसमें दिए गये यंत्र, मंत्र तथा तांत्रिक साधनों को पूर्ण श्रद्धा तथा बिश्वास के साथ प्रयोग करके आप अपार धन –सम्पति, पुत्र –पौत्रादि, स्वास्थ्य –सुख तथा नाना प्रकार के लाभ प्राप्त करके अपने जीबन को सुखी और मंगलमय बना सकते हैं ।
तंत्राचार्य प्रदीप कुमार – 9438741641 (Call /Whatsapp)