सर्ब बाधाओं के लिये मंत्र :
सर्ब बाधाओं के लिये मंत्र एक ऐसा उपाय है जो हमें सभी चुनौतियों से निपटने की शक्ति प्रदान करता है। यह मंत्र हमें कठिनाइयों को पार करने, सफलता और समृद्धि की ओर बढ़ने की कला सिखाता है । इस प्राचीन प्रयोग की गहराईयों को खोजें और मन-वचन की ओर से मजबूत बनकर खुद को परिवर्तित करें। आपकी आत्मविश्वास और आंतरिक शक्ति के साथ सभी संकटों को दूर करने और जीवन की सभी मुश्किलों को जीतने के लिए तैयार हो जाएं । “सर्ब बाधाओं के लिये मंत्र” की गहराई का पता लगाएं और एक संपूर्णता और विजय से भरी जिंदगी को स्थापित करें ।
श्री हनुमान जयंती या दीपाबली , होली तथा मकर संक्रांति को मंत्र को १०१ बार पढ़ा करें फिर लड्डू का भोग लगायें उसके बाद सख्त जरुरत पड़ने पर इस्तेमाल करें ।
अंजनी को सुत पबन को पूत ।केसरी को नन्दन लाल चन्दन ।
पौन का घोडा पौन असबार ।खुर समझकर कर समुद्र पार ।
जाके तहाँ करयो मार । भूत मचायो हा हा कार ।
हाथ में मुंगरा मुँह में राम । दुश्मन को करे तमाम ।
सारो कष्ट भागा जाय । जैसी राम को नाम सुनाय ।
मुंह से बाके जय सियाराम । कष्ट न भागे तो ।
माता सीता की आण पड़े ।भाई लखन को हाथ चलें ।
राम जी को बाण चले । शिब को त्रिशूल चले ।
पार्बती को सिंग चले । गंगू को फरसा चले ।
काली को खप्पर चले ।भैंरों को खड़ग चले ।
नारसिंह को दाढो खुले ।मेरी भक्ति गुरु की शक्ति ।
फुरो मंत्र ईश्वरो बाचा: ।।
ज्योतिषाचार्य प्रदीप कुमार
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