तेल मोहिनी शाबर मंत्र साधना :
तेल मोहिनी शाबर मंत्र : अधिकतर लोगों का यह मानना है कि भाग्य अटल है, उसे कोई नहीं मिटा सकता यदि ऐसा है तो फिर हमारा किसी भी विषय में सोचना ही बेकार है क्योंकि जो भाग्य में लिखा गया है वही होकर रहेगा । यदि भाग्य का लिखा अटल होता तो भगवान शिव कभी भी 64 तंत्रों की रचना नहीं करते और न ही हमारे धर्म ग्रंथों में क्रिया आदि कर्मकांडों का उल्लेख आता। यह सब कर्मकांड आदि क्रियाएं भाग्य में बदलाव के लिए है बनी है । ज्योतिष द्वारा हम अपने भाग्य में बहुत अधिक बदलाव कर सकते है, पर ज्योतिष की एक सीमा है। तंत्र असीमित है, भगवान शिव में खुद कहा है कि आगम निगम तंत्र मेरा ही स्वरूप है । तंत्र में आकर्षण का एक विशेष स्थान है । आकर्षण द्वारा आप किसी व्यक्ति या व्यक्तियों के समूह को आकर्षित कर सकते है। शाबर तंत्र में ऐसे मंत्रों की भरमार है । यह तेल मोहिनी शाबर मंत्र साधना बहुत तीव्र है इसके प्रभाव से आप किसी भी व्यक्ति को आकर्षित कर अपना काम निकलवा सकते हैं । आपके संपर्क में आने वाला प्रत्येक व्यक्ति इस साधना के फल से आकर्षित हो जाएगा ।
॥ तेल मोहिनी शाबर मंत्र ॥
“तेल तेल गौरी का खेल,
राजा प्रजा कौसल चलके,
मेरे और मेरे परिवार के पैरी मेल,
मन मोहे तन मोहे,
मोहे सभी शरीर,
मोहे पंजे पीर,
जय फूला काम करे खुला,
मलंगी तोड़े तंगी।”
॥ तेल मोहिनी शाबर मंत्र साधना विधि ॥
इस मंत्र को प्रतिदिन सरसों के तेल का दीपक जलाकर 2 घंटे और 15 मिनेट जपें । पहले दिन और आखरी दिन सात प्रकार की मिठाई उजाड़ स्थान पर रखकर आएं । वापस आते समय पीछे मुड़कर न देखें। यह क्रिया 41 दिन करनी है मंत्र सिद्ध हो जाएगा । यह साधना बहुत प्रभावशाली है, इस साधना में बस यह ख्याल रखें कि मन, वचन और कर्म से किसी भी तरह आपका ब्रह्मचर्य खंडित नहीं होना चाहिए ।
॥ तेल मोहिनी शाबर मंत्र प्रयोग विधि ॥
इस मंत्र को 21 बार पढ़कर सरसों का तेल अभिमंत्रित करें और अपने शरीर पर उसकी मालिस कर जसके भी पास जाएंगे वह मोहित होकर आपकी हर बात मानेगा ।
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ज्योतिषाचार्य प्रदीप कुमार :(मो). 9438741641 {Call / Whatsapp}