श्री दुर्गा सप्तशती आकर्षण मंत्र

श्री दुर्गा सप्तशती आकर्षण मंत्र :

दुर्गा आकर्षण मंत्र :

“तया बिसृज्यते बिश्वं जगदेतच्चराचरम् ।
संसारबन्ध हेतुश्च सैब सर्बेश्वरेश्वरी ।।”

उपर्युक्त श्लोक में माया बीज “ह्रीं” का सम्पुट लगाकर ग्यारह माला प्रतिदिन रात्रि में दुर्गा आकर्षण मंत्र जप करने से बांछित ब्यक्ति का आकर्षण होता है ।
प्रयोग बिधि – लाल बस्त्र धारण करके, लाल सिंदूर का तिलक लगाकर लाल रंग के ही आसन पर बैठे । अपने सम्मुख अभीष्ट ब्यक्ति का (जिसको आकर्षित करना है उसका ) चित्र रखें ।

ह्रीं आत्म तत्वाय स्वाहा ।
ह्रीं बिद्या तत्वाय स्वाहा ।
ह्रीं शिब तत्वाय स्वाहा ।

इन मंत्र से तीन बार आचमन करें । चित्र के सम्मुख गोघृत का दीपक जलाकर रखे । श्री दुर्गा सप्तशती के सातबें अध्याय में बर्णित भगबती मातंगी के स्वरुप का ध्यान करके पंचोपचार पूजन करे । गन्ध (चन्दन के स्थान पर ) हेतु हल्दी तथा धूप के लिए गुग्गुल एबं अगुरु का प्रयोग करें । पुष्प पीले हो तथा नैबेद्य में पन्चमेबा का प्रयोग करे ।

भगबती के ध्यान पूजन के पश्चात् स्फटिक की माला से (उसका पूजन करके) दीपक की ज्योति पर ध्यान रखते हुए, ग्यारह माला जप करे । जप रात्रि में एक ही निश्चित समय स्थान तथा आसन पर करना चाहिए । इस प्रकार यह अनुष्ठान निरन्तर चालीस दिनों तक करें । किसी भी कारणबश क्रम खण्डित होने पर पुन: चालीस दिनों का संकल्प लेकर अनुष्ठान प्रारम्भ करें ।

जप की समाप्ति पर इकतालीसबें दिन गुलर की समिधाग्नि में, गोघृत में हल्दी की गांठ तथा केशर मिलाकर जप का दशांश अर्थात् चौबालीस (४४) माला दुर्गा आकर्षण मंत्र से हबन करें । यदि हबन एक दिन (रात्रि) में करना सम्भब न हो तो ग्यारह –ग्यारह माला करके चार रात्रियों में हबन करें । यदि चौबालीस माला मंत्र का हबन करना सामर्थ के अनुकूल न हो तो अट्ठासी (८८) माला का अतिरिक्त जप करके केबल ग्यारह माला मंत्र से ही हबन करें । हबन का (जप संख्यानुसार) दशांश तर्पण, तद्ददशांश मार्जन तीर्थ जल में हल्दी चूर्ण मिलाकर करें । तत्पश्चात् सामर्थ्यानुसार ब्राह्मण भोजन करायें अथबा पर्याप्त मात्रा में घी- गुड – रोटी गाय को खिलायें ।

दुर्गा आकर्षण मंत्र (हबन मंत्र )–
ह्रीं तया बिसृज्यते बिश्वं जगदेतच्चराचरम् ।
संसारबन्ध हेतुश्च सैब सर्बेश्वरेश्वरी ह्रीं स्वाहा ।।

दूसरों तथा स्वयं की सुख –शान्ति चाहने बालों के लिए ही यह दुर्गा आकर्षण मंत्र दिया गया है । इसमें दिए गये यंत्र, मंत्र तथा तांत्रिक साधनों को पूर्ण श्रद्धा तथा बिश्वास के साथ प्रयोग करके आप अपार धन –सम्पति, पुत्र –पौत्रादि, स्वास्थ्य –सुख तथा नाना प्रकार के लाभ प्राप्त करके अपने जीबन को सुखी और मंगलमय बना सकते हैं ।

Our Facebook Page Link
तंत्राचार्य प्रदीप कुमार – 9438741641 (Call /Whatsapp)

Leave a Comment