अघोर बिद्वेशण प्रयोग :
March 7, 2021सत्रु को नुक्सान पह्चाना :
March 7, 2021
एसी बहुत तद्बीर है जिनसे सत्रुके शरीरमे रोग उत्पन किया जा सक्ता है!
(क) भिलाबा, स्वेत चौट्ली, मकरा इन सबको इक्ट्ठा पीसकर रातको जिसके अंग मे लगा दिया जाये उसके शरीर मे कोढ हो जाये !दुधमे बुरा मिलाकर पीनेसे रोगीको आराम हो !
(ख) अनुराधानक्षत्र मे तीन आंगुल के नापकी कुरेया ब्रुख्य की जड लाकर जिसके घरमे जमा दीजाय उसकी आंखे दुखने लगे !इसके लिये यह मंत्र पढे !
{मंत्र :ओम अंन्देरह अंन्देरह स्वाहा}
(ग) जबाखार, सत्रुके पांबकी धुल शरीरमे लगा देनेसे सत्रु गंजा होता है !इसका मंत्र यह है !
मंत्र : “ऑम नमो भगबते उडडामरेश्वराय क्म्प्ने धुनने मुंत्र्च मुंत्र्च दुर्गोस:”
(घ) घिरघटका खुन, हरे सांपका खुन इन दोनोसे डोरोको रंगे ! जो स्त्री इस डोरोको नांघ जायेगि उसके बहुत रुधिर निकला करेगा !
(ङ) सत्रुका चाबा हुआ पान और दंतोन लाकर सांपके मुखमे डालदे ! सत्रुका मुख बंद हो जायेगा !
(च) जम्बीरी नीम्बुकी जड हस्तनक्षत्र मे उखाडकर किसी स्त्रीके शरीरमे लगादे तो उसका बदन बिगड जाये!
मंत्र : ” ऑम नमो भगबते उडडामरेश्वराय अमुकं ग्रुहा ग्रुहा ठ: ठ: “
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ज्योतिषाचार्य प्रदीप कुमार
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