रक्षार्थ एबं बिजयार्थ शाबर मंत्र :
रक्षार्थ एबं बिजयार्थ शाबर मंत्र :
March 9, 2021
दुश्मन की नींद हराम उपाय
दुश्मन की नींद हराम उपाय
March 9, 2021
शब्द ज्ञान :
शब्द ज्ञान :
 
तांत्रिक लोग पशु पक्षि कीडे मकोडे सब जानदारोकी आबाज समझते है ! कीस तदबीरसे बह लोग यह ताकत अजीब ताकतको हासिल करनेसे सिद्ध होना चाहिये ! सिद्ध होनेकी तदबीर यह है !
 
पहले पहल कार्तिक या फालगुनके महीनेमे तीज तितीकी महा अंधेरी रातको अकेले बेखोफ चितापर सुद्ध आसनसे बैठकर चर्चिका देवीका ध्यान करे ! चर्चिका देवीका स्वरुप यह है शुक्ल कण्ठा, भयंकर श्ब्द करनेबाली, भयंकर नेत्रबाली ,युवती, दी भुजा,ताडके पेडकी समान जांघ बाली,बाल खोले हुए ! ध्यानका मंत्र यह है !
 
“ओम ह्रीं चर्चि चर्चिके क्रुकलासक बोधय बोधय स्वाहा “ इस मंत्रका जप हजार बार करनेसे सिद्धि होती है !
 
मुषिका- (चुहा) “ श्रीं श्रीं मुष्यै स्वाहा ” यह मंत्र रातके आखिरी हिसेमे हजार बार जपनेसे चुहोका श्ब्द समझने आने लगता है !
 
बिल्ली – पुष या साबनके महीनेमे जितेंद्रिय साधक खीर खाकर धूप दीप नैवेद्य लाल चन्दन ,लाल फूल बगैरह सामानसे अति यत्न्के साथ बिकट आंखोबाली बख्तर पहरे भयंकर बिल्लीपर सबार हुइ कंक्टा देवीका ध्यान करे !
मंत्र : “ऑम ह्रीं कंन्डकलाये स्वाहा”
 
रातके समय एक सप्ताह तक मसानमे बैठकर यह मंत्र जप करे !कुल तीस हजार मंत्र जप करे !तब बिल्लीकी बोली समझमे आ जाया करेगी !
 
बकरा या बकरी- उपर कहे हुए मंत्रके नियमसे सहर्स बार जप करे !और बकरीके दूधमे स्रेष्ठ अर्न पकाकर खाय, बकरीके श्ब्दका ज्ञान हो जायेगा !
खरगोश – खीर खायकर उपर कहा हुआ मंत्र छ: हजार बार जप करे, खर्गोशके श्ब्दका ज्ञान हो जायेगा!
 
बनबिलाब – पहले कहे हुए बिधानसे सारे दिन पहला कहा हुआ मंत्र जपनेसे बनबिलाबका श्ब्द समझमे आजायगा !
 
बानर – ऋतुमूल बेल छुकर उपर कहा हुआ मंत्र दश हजार बार जपनेसे बंदरके श्ब्दका ज्ञान हो जायगा!
 
रीछ – “बिपुला,भीषण्ब्द्ना,आलुलायितकेशा, न्डींग योबनजात, पनिपयोधरा, कमलनेत्रा ,हास्यबद्ना ,खड्ग, खट्बांग, कमल और असिधारिणी !इस प्रकार देवीका ध्यान कर! खीर खाकर रातके समय देवीका नीचे लिखा हुआ मंत्र जप करे और षोड्शोपचार से देवी की पुजा करे!
मंत्र: “ओम ह्रीं श्रीं श्रीं बिशालायै स्वाहा !”
यह मंत्र सिद्ध होने पर रीछके श्ब्दका ज्ञान हो जायगा !
 
व्याघ्र – उपर कहे हुए बिधानसे साधक मसानमे बैठकर उपरोक्त मंत्रका जप एक लाख बार जाप करेगा तो निश्चय हि व्याघ्रका स्वर समझमे आ जायेगा !
 
हाथि – मनही मन हथीकी याद करके आचारनिष्ठ पुरुष अगर पहले कहे हुए मंत्रको बिधि बिधानसे दश हजार एक सो(10100) बार जपकर दशांश होम करे तो हाथीका श्ब्द समझनेकी ताकत हो जायगी!
 
सिन्ह – जो पुरुष पहले कहे हुए बिधानसे रजस्वला के घर बैठकर उपर कहा हुआ मंत्र लाख बार जपै और बलि देकर कालीकी पुजा करे और ऋतुयुक्त कामिनीकी लाल फुलोसे पुजा कर दस हजार बार जप करे, उसको सिन्हके श्ब्दका ज्ञान हो जायेगा !
 
सुअर – नीचे लिखा हुआ मंत्र 70000 बार जप करनेसे सुअरका श्ब्द समझमे आ जाता है!
मंत्र- “ओम घुरु घुरु ध्रुत ध्रुत स्वाहा”
 
गीदड – अमाबस्याके दिन एकही चोटमे एक गीदडको मारकर पृथ्वीपर कुशके बिछोने पर रखे और उसके उपर बैठकर देवीका ध्यान करे !
 
देवीका स्वरुप – चतुर्भुजा,बिशालबद्ना, नग्ना , उन्नत स्तना,तपाये हुए सुबर्णकी समान रंगबाली,पद्म, संख, गदा और खडग्धारिणी आलुलायितकेशा इस प्रकारसे ध्यान करे !
मंत्र : “ओम क्रीं ह्रीं क्रीं स्वाहा ओम”
यह मंत्र आधि रातके समय एक लाख बार जपे !इस प्रकार करनेसे गीदडका श्ब्द समझमे आ जायगा !
 
गायके मुत्रमे जौ पकाकर रखे !उस दिनसे आरम्भ करके तीन दिन तक सुखा पहरकर “लं लं” मंत्र लाख बार जपै और इस प्रकार ध्यान करै !
 
देवीका स्वरुप – नीलबर्णा, मनोरमकेशा,दिभुजा, सर्ब गहनोसे भुसित, अनेक लक्षणबान !
देवीका ध्यान करके षोडशोपचारसे पुजा करे !जप करके सिद्धि होने पर गायके श्ब्दका ज्ञान हो जाता है !
 
काग – माथेपर कागकी पुछ धारण करके “क्रीं का का” यह मंत्र चितामे बैठकर छ: हजार बार जप करे !इस साधनामे पुजा और होमकी जरुरत नही है !आधी रातके समय केबल जप करे !इस प्रकार सिद्ध होने पर सब प्रकारके कागोका श्ब्द समझमे आजायगा !
 
चटका – नीचे लिखा मंत्र 7000 जप करने पर कालीकी पुजाके साथ चटकाके श्ब्दका ज्ञान हो जाता है !
मंत्र : “स्फ्रे चाटु चाटु”
 
तोता – नीचे लिखा हुआ मंत्र दश हजार जप करनेसे तोतेके श्ब्दका ज्ञान हो सक्ता है !
मंत्र : “ह्रीं शुक शुक बोधय बोधय स्वाहा”
 
कबुतर – नीचे लिखा हुआ मंत्र दश हजार जपने और शालके पेडकी जडमे बैठकर कालिकाकी पुजा करनेसे कबुतर कि बोली भली भांति समझमे आजायगी !
मंत्र : “स्फ्रे हुं हुं स्वाहा”
 
 
 
To know more about Tantra & Astrological services, please feel free to Contact Us :
ज्योतिषाचार्य प्रदीप कुमार
समस्या के समाधान के लिए संपर्क करे: मो. 9438741641 {Call / Whatsapp}
जय माँ कामाख्या

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *