अद्भुत लक्ष्मी शाबर मंत्र :
शाबर मंत्र जितने आसान हैं, उससे कहीं ज्यादा जल्दी परिणाम देते हैं।शाबर मंत्र सरल भाषा में हैं और उच्चारण में ग़लती की संभावना नहीं रहती।शाबर मंत्र अपने आप सिद्ध होते हैं, लेकिन शाबर मंत्रों की उपासना गुरु के निर्देशन में ही करना चाहिये।साधना के दौरान कुछ डरावनी घटनाएं हों तो इनसे डरने की जरुरत नहीं।शाबर मंत्र जाप से पहले राम रक्षा स्रोत का पाठ ज़रुर करें।शाबर मंत्रों का इस्तेमाल किसी को नुकसान पहुंचाने के लिए कभी नहीं करना चाहिये।
“ओम नम: काली कंकाली महाकाली मुख सुन्दर जिये व्याली चार बीर भैरों चौरासी बात तो पूजूं मानए मिठाई अब बोली कामी की दुहाई”
सुबह स्नान के बाद लक्ष्मी पूजन के बाद पूर्व की ओर मुख करके बैठें।फिर सुविधा के हिसाब से 7, 14, 21, 28, 35, 42 या 49 मंत्रों का जप करें।ऐसा करने से आप कोई नया कारोबार जल्दी शुरु कर लेंगे।
“ॐ श्री शुक्ले महाशुक्ले, महाशुक्ले कमलदल निवासे श्री महालक्ष्मी नमो नमः। लक्ष्मी माई सबकी सवाई, आओ चेतो करो भलाई, ना करो तो सात समुद्रों की दुहाई, ऋद्धि नाथ देवों नौ नाथ चैरासी सिद्धों की दुहाई।”
इस मंत्र को रोज़ एक माला जपें। जाप के बाद दुकान की चारों दिशाओं में नमस्कार करें। दुकान के पूजा घर में धूप दीप दिखाकर कारोबार की शुरुआत करें। देखते ही देखते दुकान चल निकलेगी।
“ॐ क्रीं श्रीं चामुंडा सिंहवाहिनी कोई हस्ती भगवती रत्नमंडित सोनन की माल, उर पथ में आप बैठी हाथ सिद्ध वाचा, सिद्धि धन धान्य कुरु-कुरु स्वाहा। ”
दीपावली की रात 12500 का जाप करें। बेरोज़गारों को नौकरी मिलेगी और नौकरी वालों को तरक्की।
“ॐ ह्रीं श्रीं ठं ठं ठं नमो भगवते, मम सर्वकार्याणि साधय, मां रक्ष रक्ष शीघ्रं मां धनिनं, कुरु कुरु फट् श्रीयं देहि, ममाप निवारय निवारय स्वाहा। ”
ज्यादा रुपए पाने के लिए इस मंत्र का जाप करते हुये घर या मंदिर के शिवलिंग पर 7 बेलपत्र चढ़ायें। रोज़ एक माला का जाप करें।
“ॐ श्रीं श्रीं श्रीं परमाम् सिद्धिं श्रीं श्रीं श्री”
इस मंत्र को सिद्ध करने के लिए दीपावली या फिर किसी भी शाम को प्रदोषकाल में रोज़ 3 माले का जाप करें। इसके बाद अगर,तगर,केसर,लाल और सफेद चंदन,गुगुल,कपूर को घी में मिलाकर इसी मंत्र से 108 आहुति दें। 7 प्रदोषकाल में की गई पूजा से आपके जीवन में धन संपत्ति का अंबार लग जाएगा। वैदिक मंत्रों की सिद्धि में तो थोड़ा समय लगता है लेकिन शाबर मंत्रों का असर तुरंत दिखने लगता है। ऐसी मान्यता है कि शाबर मंत्रों की रचना गुरु गोरखनाथ और 84 सिद्धो ने की थी। यह मंत्र आम लोगों की भलाई के लिए बनाए गए थे। इन्हें सिद्ध करने में मुश्किलें भी कम थीं। लिहाजा यह मंत्र जल्दी लोकप्रिय हो गये।
“ॐ विष्णु-प्रिया लक्ष्मी, शिव-प्रिया सती से प्रकट हुई कामाक्षा भगवती आदि-शक्ति, युगल मूर्ति अपार, दोनों की प्रीति अमर, जाने संसार। दुहाई कामाक्षा की। आय बढ़ा व्यय घटा। दया कर माई। ॐ नमः विष्णु-प्रियाय। ॐ नमः शिव-प्रियाय। ॐ नमः कामाक्षाय। ह्रीं ह्रीं श्रीं श्रीं फट् स्वाहा।”
इस शाबर मंत्र को आप दीपावली की रात ऐसे सिद्ध कर सकते हैं। इसके लिए मां लक्ष्मी की प्रतिमा की धूप,दीप से पूजा करनी होगी। उसके बाद इसका सवा लाख मंत्र जाप करना होगा। ध्यान रहे दीपावली की रात मंत्र जाप का 100 गुना फल मिलता है इसलिये आपको सिर्फ 12,500 बार ही जाप करना होगा।
“राम-राम क्या करे, चीनी मेरा नाम। सर्वनगरी बस में करूं, मोहूं सारा गांव।राजा की बकरी करूं, नगरी करूं बिलाई। नीचा में ऊंचा करूं, सिद्ध गौरखनाथ का दुहाई।”
प्रयोग विधि : जिस गुरुवार को पुष्य नक्षत्र हो, उस दिन से प्रतिदिन एकांत में बैठकर कमलगट्टे की माला पर उक्त मंत्र का 108 बार जप करें। 40 दिनों में मंत्र सिद्ध हो जाता है। फिर नित्य 11 बार जप करते रहें। मां महालक्ष्मी की कृपा अवश्य प्राप्त होगी।
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ज्योतिषाचार्य प्रदीप कुमार
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