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रहस्यमयी मंगला चमारी साधना !
रहस्यमयी मंगला चमारी साधना !
आज हम आपको एक ऐसी साधना के विषय में जानकारी देने वाले है जिसके सिद्ध करने पर वह एक स्त्री के रूप में आपके साथ पत्नी रूप में रहती है | मंगला चमारी साधना एक ऐसी ही साधना है जिसके सिद्ध करने पर जातक मंगला चमारी को पत्नी स्वरुप पाकर सम्पूर्ण सुख की प्राप्ति करता है |
साधना में ध्यान देने योग्य :-
मंगला चमारी साधना ऐसे व्यक्ति ही करें जिसकी अभी तक शादी न हुई हो या जिसकी पत्नी का देहांत हो चुका हो या तलाक हो चुका हो | मंगला चमारी साधना सिद्ध होने पर वह पत्नी रूप में जातक के रहती है |
साधना विधि :-
• पश्चिम दिशा की तरफ एक हरा या सफ़ेद आसन बिछाकर उस पर स्नान आदि करके बैठ जाये |
• मंत्र जप में काले हकीक की माला का प्रयोग करें |
• इस साधना का समय 21 दिन माना गया है |
• इस साधना का समय रात्रि के 10 बजे के बाद का माना गया है | इसलिए रात्रि 10 बजे के बाद का एक समय सुनिश्चित करें |
• साधना के प्रथम दिन उड़द की दाल का आटा बनवाकर इसकी छोटी-छोटी 721 रोटियाँ बनवा ले |
• प्रथम दिन साधना पूर्ण होने के तुरंत बाद एक पानी वाले कुँए में इस सभी रोटियों को डाल आये | रोटियों को कुँए में डालते समय ऐसा बोले – “अ मंगला चमारी यह तेरा तौसा है, इसे स्वीकार कर ” | इस प्रकार कुँए में सभी रोटियाँ डालने के बाद बिना पीछे मुड़े घर वापिस आ जाये |
• अगले 2० दिन तक आप बेसन की 721 रोटियाँ बनाकर ठीक पहले दिन की तरह पानी में कुँए में डालकर आयें |
• इस प्रकार प्रथम दिन उड़द की दाल की रोटियां व बाकी के 20 दिन तक बेसन की रोटियां कुँए में डालकर आयें |
• साधना में प्रतिदिन 721 मन्त्रों के जप करें |
मंत्र इस प्रकार से है : “ अलकरीम क़ादिर मंगला चमारी को कर हाज़िर ”|
इस प्रकार उपरोक्त विधि अनुसार मंगला चमारी साधना करने से ठीक 21वें दिन मंगला चमारी आपके सामने प्रत्यक्ष रूप से प्रकट होती है | उसकी कुछ शर्तों को पूर्ण करने के बाद वह पत्नी रूप में जीवन भर जातक का साथ देती है | मंगला चमारी साधना में सफलता प्राप्त करने वाला जातक पत्नी सुख तो प्राप्त करता ही है साथ ही ऐसे व्यक्ति को अपार धन की भी प्राप्ति होती है |
मंगला चमारी साधना को सिद्ध करने की विधि भले ही आसान दिखाई पड़ती हो | किन्तु इसे सिद्ध करने में जातक को बहुत सी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है | इसलिए जरुरी है कि ऐसी साधना शुरू करने से पहले गुरु से इस विषय में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त कर उनके मार्गदर्शन में ही साधना को पूर्ण करें |
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ज्योतिषाचार्य प्रदीप कुमार
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जय माँ कामाख्या

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