श्री बटुक भैरब साबर रक्षा मंत्र एबं भय, बाधा,शत्रु आदि के निबारण के लिए :
ॐ ह्रीं श्री बटुक भैरब बालक केश भगबान बेश। सब आपदा
को काल, भक्तजन हठ को पाल, कर धरे, शिर कपाल, दूजे
करबाल। त्रिशक्ति देबी को बाल, भक्त जन मानस को भाल।
तेतीस मंत्र को जाल, प्रत्यख्य बटुक भैरब जानियें मेरी भक्ति गुरु
की शक्ति फुरों मंत्र ईश्वरो बाचा सत्य नाम आदेश गुरू को।
इस मंत्र की साधना होली, दीपाबली, नबरात्रि या सूर्यग्रहण काल में पबित्र होकर श्री बटुक भैरब का पूजन करके उनकी प्रिय बस्तुएं अर्पण करके इस मंत्र की 11 माला जाप कर लें तो मंत्र सिद्ध हो जाता है। इस साधना से सब प्रकार से रख्या होती है एबं भूतप्रेत, टोना, ऊपरी हबा आदि बाधा का निबारण हो जाता है। साधक अपने किसी कार्य में सफलता पाने के लिये बटुक नाथ का पूजन करके उपरोक्त मंत्र की एक माला जप करे तो कार्य सफल हो जाता है। कार्य सफल होने पर भैरब को पूजा भेंट अबश्य चडाबें तो हमेशा साधक की सिद्धि बनी रहेगी इस साधना से सभी कार्य पूर्ण होते हैं।
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ज्योतिषाचार्य प्रदीप कुमार
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जय माँ कामाख्या