यह अष्ट किन्नरी की संयुक्त पूजा का दुर्लभ प्रयोग है।इसके लिए पंचोपचार पूजन के बाद पीले रंग के बस्त्र पर तांबे के पात्र में कुमकुम से अष्ट किन्नरी यंत्र अंकित करके प्राणप्रतिष्ठा करे। अब यंत्र को साधना स्थल पर स्थापित करे।
इसे स्थापित करने का तात्पर्य है कि शीर्ष किन्नरी अपनी प्रमुख अष्ट शक्तियों के साथ उपस्तिथ हों और साधक को सभी प्रकार की सिद्धियों से युक्त करे। इस यंत्र का पूजन पुष्प पंखुडियों, अख्यत एबं इत्र से करें। घी का दीप प्रज्जबलित करें। यह साधना सात दिन की है। स्फटिक माला से दाहिने हाथ से जपते हुए इस मंत्र का स्पष्ट उच्चारण से पाठ करे—
ॐ अष्ट किन्नरी (…..)स्वाहा।।
प्रतिदिन मंत्र का जप करें। सातबें दिन शीर्ष किन्नरी प्रसन्न होकर साधक को अष्ट शक्तियां प्रदान करती है। सिद्ध अभिमंत्रित यंत्र मंत्र माला ओर सम्पुर्ण बिधि प्राप्त केलिये आप संपर्क कर सकते हो ….मंत्र का दुरुपयोग ना हो ,इसिलिये यहाँ कुछ छुपाया गया है …
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ज्योतिषाचार्य प्रदीप कुमार
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जय माँ कामाख्या