मासिक धर्म की पीडा दूर करने के लिए :
ॐ नमो आदेश। मनसा माता का।।
बडी-बडी अदरख। पतली –पतली रेश।।
बडे बिष के। जल फांसी दे।।
शेष गुरु का ।बचन न जाए खाली।।
पिया पन्च मुण्ड। के बाम पद ठेली।।
बिधि : इस मंत्र को सिद्ध करके फिर थोडा सा अदरख लेकर इस मंत्र से २१ बार अभिमंत्रित कर मासिक धर्म में होने बाली पीडाओ से ग्रसित स्त्री को खिलाने से मासिक पीडा शान्त हो जाती है।
मासिक धर्म पीडा स्तम्भन के लिए मंत्र :
सिद्ध गुरु को। तोडं गाठ औगांठालो।।
तोड दुं लाय। तोड दुं लाय।।
तोड देऊं सरित। परित देकर पाय।।
यह देखकर। हनुमंत दौडकर आय।।
शान्त हो जाय। पीरा दे भगाय।।
श्री गुरु नरसिंह की दुहाई। आदेश आदेश आदेश।।
बिधि : इस मंत्र को सिद्ध करके फिर एक पान लेकर इस मंत्र से २१ बार शक्तिकृत करके रोगिणी को खिलाने से स्त्री के मासिक धर्म तथा इसके कारण होने बाली पीडा की निबृति हो जाती है।
स्त्री को रात्रि में कमर पर मूंज की रस्सी बांधकर सो जाना चाहिये। प्रात: चौराहे पर फेंक देने से मासिक पीडा दूर होगी।
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ज्योतिषाचार्य प्रदीप कुमार
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जय माँ कामाख्या