बिधि : आसन पर नेत्र बन्द करके प्रभु राम की तरफ ध्यान केन्द्रित करके इस मंत्र के यथाशक्ति अधिक से अधिक जप करें। इस प्रयोग को २१ दिन तक करते रहें। तत्पश्चात् इस मंत्र के प्रयोग से मन और मस्तिष्क प्रभु राम में लीन हो जाता है। जिससे मन को शांति मिलती है।
रक्त बर्ण के अकीक का नगीना साधक धारण करें तो मानसिक शांति प्राप्त होती है।
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ज्योतिषाचार्य प्रदीप कुमार
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जय माँ कामाख्या