शत्रु भय दूर करने के लिए :
अर्हं ऐं श्रीं अ सि आ उ सा नम: ।।
बिधि : इस मंत्र का नित्य स्मरण करें तो बाद-बिबाद में बिजय प्राप्त होती है। तथा शत्रु भय नहीं रहता है।
शत्रु भय दूर करने के लिए मंत्र :
मंत्र :”ॐ ह्रीं श्रीं अमुकं दुष्टं साधय साधय अ सि आ उ सा नम:”
बिधि : इस मंत्र की २१ दिन सुबह हर रोज एक माला जप करें। फिर जब काम पडे तो एक माला जाप करने मात्र से शत्रु के भय, कलेश ब आपति का निबारण होता है। अमुक की जगह शत्रु का नाम उच्चारण आबश्यक है।
रबिबार को सिरस वृक्ष की मूल का छिलका लाकर घिसकर मस्तिष्क पर तिलक करने से दुश्मन का भय नहीं रहता।
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ज्योतिषाचार्य प्रदीप कुमार
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जय माँ कामाख्या