ॐ नमो देब आदिरूपाय (अमुकस्य) आकर्षण कुरू कुरु स्वाहा ।।
बिधि : इस मंत्र को 7/11 दिन मे ७५००० बार जाप करके उसका दशांश हबन मधु से करे ओर प्रयोग की समय १००८ बार मंत्र जप करके साधक अपनी अनामिका ऊंगली के रक्त से भोजपत्र पर मंत्र लिखकर जिसको आकर्षण करना हो उसका नाम अमुकस्य के स्थान पर लिखकर भोजपत्र शहद में डुबा दें तो बह कामिनी अबश्य आपकी और आकर्षित होगी।
शेव्त आक की मूल, कुटकी मोथा ब जीरा इन सबको बराबर लेकर साधक अपने खून में पीसकर तिलक करे तो प्रेमिका साधक के बश में होती है।
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ज्योतिषाचार्य प्रदीप कुमार
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जय माँ कामाख्या