मंत्र : ॐ नमो चण्ड अलसूर स्वाहा।।
बिधि : जिस बृक्ष पर गुग्गल हो उसे शनिबार को निमंत्रण दे आबें और रबिबार को प्रात: उसकी डाली लाकर गुग्गल की धूनी देबें और पैर के नीचे दबाकर बैठ जाबें। १०१ बार मंत्र पढकर डाली सिद्ध कर लेबें। उसके पतों को सिर पर रखकर ब्यापार करें तो शत्रु भी इछा अनुसार कीमत देकर माल खरीद करेंगा।
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ज्योतिषाचार्य प्रदीप कुमार
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जय माँ कामाख्या