दारिद्रय बिनाशक लक्ष्मी मंत्र :
मंत्र : ओं ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं, दरिद्रय बिनाशके, जगत्प्रसन्यै नम: ।।
बिधि : जिसके भाग्य में दरिद्रता लिखी हो उसके जीबन में किसी भी प्रकार की उन्नति नहीं होती है। कोई भी उपाय करने पर कोई उम्मीद नहीं दिखाई देती। दरिद्रता बिनाश का यह मंत्र रामबाण की तरह अचूक है। नित्य प्रतिदिन ११ माला जप कमल गट्टे की माला से करनी चाहिए, लक्ष्मी का चित्र लगाकर शुद्ध घी का दीपक जलाकर १२ लाख मंत्र का जप पूर्ण करें, आपके हर कार्य की सिद्धि होगी। लक्ष्मी की सिद्धि इस मंत्र से होती है, नियम प्रारम्भ में दिये हैं। उसके अनुसार ही प्रयोग करें।
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ज्योतिषाचार्य प्रदीप कुमार
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जय माँ कामाख्या