चमत्कारी नारसिंह बीर साधना :
चमत्कारी नारसिंह बीर साधना :
January 4, 2022
अघोर स्तम्भन तंत्र साधना :
अघोर स्तम्भन तंत्र साधना :
January 9, 2022
अघोर बीर साधना :
अघोर बीर साधना :
 
मंत्र : ओम नमो आदेश या गुरो। मशाणिया बीर बसे मशाण अड भड मशाण जलें बीर मशोणिया माथे खडो खाये मांस-माटी मुर्दा को अग्निनीयों बीर भस्म करे। हरी काटे काष्ठ जले जैसे सुखी कुशा। यह शक्ति अग्नि या बीर की मशाणियां मानस खाबै, दोनो मिले काम तमाम करे। हर बक्त हाजिर खडे। दोनों रहे मशाणे। जब मुर्दामशाणे आबे झाट-झपट सभी दौडा। मारे हाँक बीर मशाण भगदड भागे सबन प्रेत,डाकन, शाकण, जीभ चाहे भैरु कुता लप लप करें। आदेश मांरे बाबरों बीर। सब बांटन भख करें। हाड मांस चटा-चट चाटे। भारी खाये भुकका करें। तब आयो जोगी योगी साधन मशाण लांगो कार काढी बश किन्ही बांधी लिया सबन को। मैला मंतर फूंका बीर-बीर बश किन्हा। मेरो मंत्र कामरु देश। कबनु देबी ।मारी हलकारि। फूक बंधी हो बीर मसाण को अग्नि या कों न बान्धे तो लाला लबारी की ताप खायी।गागली घोसण की घाणी के तेल में पका ही। चमारिया ढेड की चाट में तेरो छोयो पडे। ये ताको देश्यु बल-बाकला, माथे चौडुं तेल में तेरो छोयो पडे। माथे चौडुं तेल घी की कुलेर । तेथे ना माने तो बाकरा की बीट उपरमद की धार चौडुं। अब तो बचनों मा आसी। नहीं तो माई काली की लात खाये। शिब को त्रिशुल खाये। नहीं तो धोबी की नाद चमार के कुण्ड में पड सी। शनि अमाबस्याकी सिमरु में झ्ट-पट आ बीर मशाण ले पुजा करहु मेरो काज शव्द ये काबरु बाली बिद्या को पाछो पडे तो शमशाण की बासिणी माई भैरबी की आणे फिरे। चलो मंतर ओम हुं फट स्वाहा।
 
ये प्राचीन कामरु बिद्या का मंत्र है तथा इस मंत्र से बीरों की सिद्धि प्राप्त की जाती है। यह चमत्कारी मंत्र है और अत्यंत गोपनीय एबं दुर्लभ है जो आदि नाथ के समय की बिद्या है। इसको इसलिये दिया है कयोंकी असली बिद्या लोप हो रही है। अन्त मे सभि साधकों को पुन: कह रहा हुं, गुरु अबश्य धारण करे। बिना गुरु से कोई भी साधना ना करे।
 
 

ज्योतिषाचार्य प्रदीप कुमार

हर समस्या का स्थायी और 100% समाधान के लिए संपर्क करे :मो. 9438741641 {Call / Whatsapp}

जय माँ कामाख्या

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *