इस लोग में त्वचा पर जलन होने लगती है और तेज खुजली भी होती है। लगातार खुजलाने पर प्रभाबित अंग पर घाब हो जाते हैं। अक्सर एलर्जी के कारण एक्जीमा हो जाते है। इस रोग का उपचार तत्काल कराना चाहिये अन्यथा इसमें आसपास की त्वचा पर भी प्रभाब पड सकता है।
मंगल के पीडित या दूषित होने की स्थिति में तथा सुर्य-मंगल के योग में एक्जीमा होने के निशिचत आसार रहते हैं। त्वचा का स्वामी शुक्र है, जब यह मंगल या बृहस्पति से पीडित होता है तो चर्म (त्वचा) रोग (एक्जीमा) होने की सम्भाबना होती है। तुला राशि का शुक्र, मकर का बृहस्पति तथा मंगल योग भी एक्जीमा के कारक है। त्वचा रोग के लिए हीरा अथबा ३ रती से अधिक का मोती धारण करें।
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ज्योतिषाचार्य प्रदीप कुमार
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जय माँ कामाख्या
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