श्री दुर्गा सप्तशती विद्वेषण मंत्र

दुर्गा विद्वेषण मंत्र

श्री दुर्गा सप्तशती विद्वेषण मंत्र : दुर्गा विद्वेषण मंत्र: “ऐ ह्रीं क्लीं या देबी सर्बभूतेषु भ्रान्ति रूपेण संस्थिता । अमुकस्य अमुकेन सह बिद्द्वेषण कुरु कुरु क्लीं ह्रीं ऐ स्वाहा ।। उपर्युक्त दुर्गा विद्वेषण मंत्र का ग्यारह माला जप प्रतिदिन, सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त के मध्य किसी भी समय, रुद्राक्ष की माला से चालीस दिन तक … Read more