बल प्राप्ति मंत्र

प्रार्थना –
शंकर-सुबन अंन्जनी-पूत बल-पति हनुमान।
दया करो राम-भक्त बीर बलबान।।
बल दो, बना दो काया बज्र के समान।
तुम्हें राम की आन, तुम्हें सीता की आन।।
रहो सदा दाहिने, सत्-गुरु की है पुकार।
दोहाई श्री कामाख्या की, महिमा है अपार।।
 
बल प्राप्ति मंत्र : “ओम श्रीमहा-बीराय नम:, ओम श्रीकामाख्यायै नम: । ओम ह्रीं क्रीं श्रीं फट् स्वाहा।।”
 
बल प्राप्ति मंत्र बिधि : मंगल्बार को प्रात:काल स्नान कर ब्रत रखें । काठ की गदा सामने रखकर, आसन पर पूर्व की और मुंह कर बैठें और उक्त प्रार्थना कर 108 बार मंत्र जपें । फिर प्रतिदिन स्नान कर कम-से-कम एक बार उक्त मंत्र अबश्य जपें । तब “ब्यायाम” करें । इससे बिशेष रुप से बल की प्राप्ति होगी ।
 
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जय माँ कामाख्या

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