रहमानी सुरक्षा गांठ मंत्र :
“आय तुल कुरसी, बिच फुरआन, आगे-पीछे तू रहमान,
लाइल्लाह का कोट, इल्लाह की खाई ,मोह्म्म्द रसूल्लाह की दुहाई ।
नजर को बांधूं, डाकन को बांधूं, जिन को बांधूं ,
योगिनी बाला सब डेरा को बांधूं,
बहक्क या बददूह, मदद मेरे पीर की ,
शव्द सांचा, पिण्ड कांचा, फुरे मंत्र ईश्बरोबाचा ।”
यह मुसलमानी सुरक्षा गांठ मंत्र है । इसकी सिद्धि रमजान के महीने में होती है या किसी पबित्र माह में । 41000 मंत्र पाठ से सिद्धि मिलती है । अल्लाह की इबादत करने बाला कोई सच्चा ब्यक्ति एसे भी इस मंत्र का प्रयोग कर सकता है ।
इस मंत्र को पढते हुए सफेद सूत का कच्चा धागा सात बार ऊंचाई तक नापें और उसकी माला बनाकर सात गांठ लगाकर गले में पहना दें, तो प्रत्येक बिघ्न-बाधा, दुर्घटना से सुरख्या प्राप्त होती है ।
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ज्योतिषाचार्य प्रदीप कुमार (मो.) 9438741641 /9937207157 {Call / Whatsapp}
जय माँ कामाख्या