मंत्र : ओम आदि भैरव, महा भैरव, काल-बिकराल भैरव, प्रचंण्ड,अति प्रचण्ड भैरबाय हुं फट स्वाहा ।
तंत्र बाधा बिधान :
दीपाबली,भैरब-अष्टमी अथबा कालरात्रि आदि से शुरु करके उक्त तंत्र बाधा मंत्र का 10 दिन तक जप करना चाहिए । समय रात्रि में 11 बजे से 3 बजे तक का रखे । दश दिनो में 108 माला अर्थात् दश हजार कि संख्याक जप करना चाहिए । ग्यारह्बें दिन उडद की दाल से बने बडों और मद्द से एक हजार की संख्या मे हवन करते हुए आहुति देनी चाहिए । लौंग, इलायची, धान की खील, जायफल, भुने हुए चने, सहद, गंगाजल, खट्बांग दो नारियल के खप्पर दो मीठे रोट तथा दो लगे हुए पान- यह सामग्री प्रतिदिन अपने पास रखें पुरानी सामग्री अपने पास ही रख लें ।
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ज्योतिषाचार्य प्रदीप कुमार (मो.) 9438741641 /9937207157 {Call / Whatsapp}
जय माँ कामाख्या