अघोरी भूत साधना सिद्धि उपाय

Aghori Bhoot Sadhana Siddhi Upay :

यंहा अघोरी भूत साधना (Aghori Bhoot Sadhana) की बिधि बिधान लिखने से पहले , अघोरी जीबन की ऊपर एक बार दृष्टि डालते हुए उनका जीबनशैली को कुछ ही शव्द में आपके सामने रखा हूँ , ताकि आगे आपको इनके बारे में  जानने के लिए कोई दिक्कत ना आये ।
“अघोरी भूत साधना , बो अद्दितीय पथ,
मनुष्य की अंतरात्मा की खोज में ,
जिसमे छिपा है आत्मा की रहस्य ।
अघोरों का मार्ग ,असामान्य होता है ,
मृत्यु को गले लगाते हैं बो हर कदम,
आध्यात्मिक जीबन का बे ध्यान लगाते हैं ।
तपष्या के तपष्या , और अनुष्ठान का संग ,
अघोरों का जीबन , अजीबोंगरीब होता है ,
दुनिया के नियमों से हटकर बो चलते हैं ।
भूतों का साथी , बो होते हैं सदेब ,
जानें कैसे , क्योंकि उनका लक्ष्य है अमरत्व ,
आत्मा को पाना ,बो है उनका मार्ग ।
अघोरी भूत साधना , अद्दितीय और अनूठा ,
इसके राह में जाने , बो हैं सच्चे साधक ,
आत्मा की ऊँचाईयों को प्राप्त करते हैं बे ।।”

Aghori Bhoot Sadhana Vidhi :

मंगलवार या शनिवार के दिन , कृष्णपक्ष से रात्रि के समय , लाल या काले आसन पर बैठ कर नित्य ही ११ माला का जप करे। अपने सम्मुख अघोरी आत्मा हेतु एक मिट्टी के कुलहड़ में देसी शराब , श्वेत फूलो की माला , मिठाई -नमकीन आदि रखे। गूगल की धुप और कडुवे तेल का गिरी हुए बत्ती का दीपक अवश्य प्रज्ज्वलित रखे। जब जप पूर्ण हो जाये , तो ये सभी सामग्री किसी चौराहे पर या किसी पीपल के पेड के नीचे चुपचाप से रख आये और हाथ-पैर धोकर सो जाये ।
७वे दिन मत जाये । तब किसी अघोरी की आत्मा आएगी और सामग्री न देने का कारन बहुत ही कड़क शब्दों में पूछेगी…..। घबराए नहीं और उत्तर भी मत देना और जो पूर्व दिन की बची सामग्री है -[जो देनी थी] वो दे दे …….। कुछ भी प्रश्न न करे और न ही किसी प्रश्न का उत्तर दे।
अब अघोरी भूत साधना (Aghori Bhoot Sadhana) मंत्र जप के पश्चात् जो सामग्री-[वर्तमान दिन…यानि ८ वे दिन की है ] है …फिर से चौराहे पर या पीपल के पेड के नीचे रख आये । …ये क्रिया या साधन ११ दिन तक होगा। और ११ वे दिन अघोरी की आत्मा आएगी और सौम्य भाषा -शब्दों में वार्ता करगी ….। उससे अपनी बुद्धि के अनुसार वचन आदि लेना । ये आत्मा साधक के अभिष्टों को पूर्ण करेगी । जब भी किसी कुल्हड़ में देसी शराब और नमकीन -मिठाई अघोरी के नाम से अर्पित करोगे तो वो सम्मुख आकर साधक की समस्या का निवारण भी करेगी । स्पष्ट है की अघोरी की आत्मा साधक के आस-पास ही रहेगी ।

Aghori Bhoot Sadhana Mantra :

मंत्र:- “आडू देश से चला अघोरी , हाथ लिये मुर्दे की झोली , खड़ा होए बुलाय लाव , सोता हो जागे लाव ,तुझे अपने गुरु अपनों की दुहाई ,, बाबा मनसा राम की दुहाई ।।”
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जय माँ कामाख्या

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