मंत्र : “ॐ नमो देबी कामाख्या।
त्रिशूल खडग हस्त पांधां।
पाती गरुड।
सर्ब लखी तू प्रीतये।
समांगन ।
तत्व चिंन्तामणी।
नरसिंह चल चल।
ख्यीन कोटी कात्यायनी।
तालब प्रसाद।
के ॐ हों ह्रीं क्रूं।
त्रिभुबन चालिया।
चालिया स्वाहा।।”
प्रात: के समय स्नान करके बाद में तुलसी को जल चढा करके, इस मंत्र (Mantra Remedies For Memory Power) का जाप करते हुए तुलसी के २१ पत्ते तोडकर और इस मंत्र का जाप करते हुए खा लिया करें । इस तरह २१ दिन तक नित्य प्रयोग करने से स्मृति शक्ति तेज होती है ।
तंत्र प्रयोग :
सूर्य या चंद्र ग्रहण के दिन स्नान कर पूर्ब दिशा की और से शरपंखा या लोध की मूल बिधि सहित लाकर गले पर धारण करने से स्मरण शक्ति बढती है ।
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जय माँ कामाख्या