“Prem Mein Badnaami ke Jyotishiya Kaaran समझने के लिए हमें राहु और केतु के प्रभाव को जानना जरूरी है…।” आमतौर पर माना जाता है कि प्रेम प्रकरण के लिए शुक्र स्वराशि में, बारहवें भाव का बलवान होना या शुक्र से संबंध तथा पंचम भाव का बलवान होना ही पर्याप्त है परन्तु राहु भी इसके लिए जिम्मेदार होता है । राहु प्रेम संबंधों के पनपने के लिए उत्तरदायी होता है ।
Rahu ke Drishti Se Prem Mein Badnaami ke Jyotishiya Kaaran :
“अगर आप समझना चाहते हैं कि Prem Mein Badnaami ke Jyotishiya Kaaran क्या हैं… ।” प्रेम संबंध भी उस प्रकार के जिसमें दो व्यक्ति समाज से नजरें बचाकर एक-दूसरे से मिलते हैं राहु उनके लिए उत्तरदायी होता है । राहु रहस्य का कारक ग्रह है और तमाम रहस्य की परतें राहु की ही देन होती हैं । राहु झूठ का वह रूप है जो झूठ होते हुए भी सच जैसे प्रतीत होता है । जो प्रेम संबंध असत्य की डोर से बंधे होते हैं या जो संबंध दिखावे के लिए होते हैं वे राहु के ही बनावटी सत्य हैं । राहु व्यक्ति को झूठ बोलना सिखाता है । बातें छिपाना, बात बदलना, किसी के विश्वास को सफलता पूर्वक जीतने की कला राहु के अलावा कोई और ग्रह नहीं दे सकता ।
राहु एकतरफा प्रेम का वह रूप है जिसमें व्यक्ति कभी अपने प्यार के सामने नहीं आता और फिर भी चुपचाप सब कुछ देखता रह जाता है, क्योंकि परिस्थितियां, ग्रह गोचर अनुकूल नहीं हैं बलवान नहीं हैं । राहु वह लालच है जिसमें व्यक्ति को कुछ अच्छा-बुरा दिखाई नहीं देता केवल अपना स्वार्थ ही दिखाई देता है । मांस मदिरा का सेवन, बुरी लत, चालाकी और क्रूरता, अचानक आने वाला गुस्सा, पीठ पीछे की बुराई यह सब राहु की विशेषताएं हैं । असलियत को सामने न आने देना ही राहु की खासियत है और हर तरह के झूठ का पर्दाफाश करना केतु का धर्म है ।
Ketu ka Yog aur Prem Mein Badnaami ke Jyotishiya Kaaran :
केतु ही है जो प्रेम में बदनाम और संबंधों में दरार डालता है क्योंकि केतु ही दरार है । घर की दीवार में यदि दरार आ जाए तो समझ लीजिए की यह केतु का बुरा प्रभाव है और यदि प्रेम में बदनाम आ जाए, घर का बंटवारा हो जाए या रिश्तों की परिभाषा बदल जाए तो यह केतु का काम समझें । दुविधा में राहु का हाथ होता है । किसी भी प्रकार की अप्रत्याशित घटना का कारक राहु ही होता है । यदि आप मन से जानते हैं, आप झूठ की राह पर हैं परन्तु आपका भ्रम है कि आप सही कर रहे हैं तो यह धारणा आपको देने वाला राहु ही है ।
प्रेम में बदनाम हो या फिर किसी को धोखा देने की प्रवृत्ति राहू पैदा करता है यदि आप पकड़े जाए तो इसमें भी आपके राहु का दोष है क्योंकि वह आपकी कुंडली में आपके भाग्य में निर्बल है तो यह स्थिति प्रेम में बदनाम होना बार बार होगी । इसलिए राहु का अनुसरण करना बंद करें क्योंकि यह जब बोलता है तो कुछ और सुनाई नहीं देता। जिस तरह कर्ण पिशाचिनी आपको गुप्त बातों की जानकारी देती है उसी तरह यदि राहु आपकी कुंडली में बलवान होगा तो आपको सभी तरह की गुप्त बातें बैठे बिठाए ही पता चल जाएंगी । यदि आपको लगता है कि सब कुछ गुप्त है और आपसे कुछ छुपाया जा रहा है या आपके पीठ पीछे बोलने वाले लोग बहुत अधिक हैं तो यह भी राहु की ही करामात है ।“इस तरह ज्योतिष कहता है कि राहु और केतु ही अधिकांशत: Prem Mein Badnaami ke Jyotishiya Kaaran बनते हैं।
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ज्योतिषाचार्य प्रदीप कुमार (Mob) +91- 9438741641 (call/ whatsapp)