पति-पत्नी मिलन मंत्र

अक्सर लोग यही पूछते हैं पत्नी छोड़ कर चली गई हैं या किसी के पति किसी को छोड़ कर चलेगए दोनों अलग हो गए । बहुत कोशिश बहुत उपाय कर लिए लेकिन हुआ कुछ नही तो ऐसे बिछड़ पति पत्नी आज इस पति-पत्नी मिलन मंत्र उपाय को करें व भरपूर लाभ लें ।
इस पति-पत्नी मिलन मंत्र के प्रयोग को करते समय भावना सही होना बहुत जरूरी है बिना सद्भावना के कोई भी उपाय कोई भी मन्त्र काम नही करते । मन्त्र सब जानते हैं सब समझते हैं कि आप उसे किस भाव से कर रहे हैं ।
कोई गलत करेंगे कभी सफल नही होंगे क्यो कि ये देव शक्ति है तंत्र के अंतर्गत का है क्यो की ब्रम्हण्ड में दो ही श्रेष्ठ तांत्रिक हैं एक भगवान शिव और दूसरे भगवान कृष्ण हैं ।
अष्टमी के रात को एक कटोरी मे थोड़ा सा मिश्री लीजिये थोड़ा सा गाय का दूध लीजिये कच्चा दुध एक घी का दीपक और कुछ खुशबूदार अगरब्बतियाँ । अब रात को श्री राधा कृष्ण मंदिर में जाय उनके सामने इस मिश्री वाली कटोरी को रखें घी का दीपक जलाएं खुशबूदार अगरबत्ती लगाएं । अब एक आसन पर बैठ जाए जमीन पर न बैठें और एक तुलसी की माला से पूर्ण श्रद्धा भाव से इस पति-पत्नी मिलन मंत्र का एक माला जप करें ।
पति-पत्नी मिलन मंत्र :
।।ॐ मोहन मिश्री भोग लगाएं राधा हृदय संग लिपटाय
बंसी का धुन टूटे न (मेरा इसका) साथ छूटे न
ग्वाल बाल सब देते दुहाई पाव पडू कर जोड़ मनाई ।।
(मेरा इसका )के जगह पर उनका नाम लेना है जैसे पति कर रहा है तो पत्नी का नाम लेंगे पत्नी कर रही है तो पति का नाम लेंगे ।
अष्टमी को न कर सके तो किसी भी गुरुवार शुक्ल पक्ष के गुरुवार को शुरू कर सकते हैं और जब तक आप एक न हो जाये करते रहना है यानी हर गुरुवार को शुक्ल पक्ष में पांच से सात बार यह पति-पत्नी मिलन मंत्र प्रयोग को करे और आश्चर्य जनक परिणाम देखे ।
मन्त्र तो बहुत हैं विधान भी बहुत हैं जो एक ही बार मे किसी को भी एक दूसरे का बना दे उम्रभर के लिए लेकिन आज मानवता नाम की कोई चीज दिखाई नही देती और उस तीव्रता लिए प्रयोग को आज सार्वजनिक रूप से दिया भी नही जा सकता । उसमे बहुत से चीजो को भी देखना पड़ता है ऐसे कहि पर भी दे देने से खतरनाक रूप से उन चीजों का दुरुपयोग भी हो सकता है जो हमारे लिए व उनके लिए बिल्कुल अच्छा नही होगा।

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ज्योतिषाचार्य प्रदीप कुमार (मो.) 9438741641/ 9937207157  {Call / Whatsapp}

जय माँ कामाख्या

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