कामाक्षायाष्टक

Kaamaakshaayaashtak

Kaamaakshaayaashtak : कामाख्याष्ट्क एक भक्तिमय रचना है जो देवी कामाक्षी की स्तुति करती है । यह kaamaakshaayaashtak संस्कृत भाषा में लिखी गई है और इसमें आठ श्लोक शामिल है ।इस kaamaakshaayaashtak स्त्रोत की रचना किसने की है , इसका कोई निश्चित प्रमाण नहीं हैं , लेकिन कुछ बिद्वान का मानना है की इसकी रचना आदि … Read more

अघोर क्रियागत कर्णपिशाचि मंत्र

Karnapishachi Mantra

Aghor Kriyagat Karnapishachi Mantra : Karnapishachi Mantra :”ओम ह्रीं कर्णपिशाचिनी अमोघ सत्यबादिनी मम कर्णे अबतर अबतर सत्यं कथय कथय अतीतानागत बर्तमान दर्शय दर्शय एं ह्रीं ह्रीं कर्णपिशाचिनी स्वाहा ।” कृष्णपक्ष की त्रयोदशी से अमाबस तक इसका प्रयोग है, परंन्तु कृष्ण त्रुतीया से ही नहाना- धोना, सन्ध्या बन्दन, मुख शोधन – सभि कर्म बंन्द करें , … Read more

शत्रु विनाशक अघोर मंत्र प्रयोग :

शत्रु विनाशक अघोर मंत्र प्रयोग :

शत्रु विनाशक अघोर मंत्र प्रयोग : शत्रु विनाशक अघोर मंत्र : जब प्राण संकट में हो शत्रु बलवान हो…आजीविका नष्ट कर रहा हो । कोई उपाय न रहा हो तब ही ये शत्रु विनाशक अघोर मंत्र करे । कुतुहल और जिज्ञासा से कभी न करे । शनिवार के दिन व्यक्ति की मौत हुई हो और … Read more