तंत्र-मंत्र के बारे में भ्रांतियां क्या हैं ?

तंत्र बिषयक भ्रांन्तियां

तंत्र बिषयक भ्रांन्तियां : तंत्र बिषयक भ्रांन्तियां : सामान्य जन तंत्र का अर्थ भी मंत्र यंत्र की भांति जादू टोना और झाड-फूंक की रहस्यों से भरी बिदया समझ्ता है और शिखित समाज इसे कोरा पाखंड, भ्रम और ठ्गी का पेशा समझता है । कुछ लोग इसे बाजीगरों के खेलों जैसा ख्यणभर के लिए दिखाये जाने … Read more

तंत्रों का इतिहास :

तंत्रों

तंत्रों का इतिहास : तंत्रों का इतिहास : जिस प्रकार इस सृष्टि की प्रारम्भिक बिद्या बेद है और सारा बिश्व मानता है कि बेद सबसे प्राचीन, ईश्वरीय ज्ञान से भरी ,सर्ब बिद्याओं की पुस्तके हैं उसी प्रकार यह भी सिद्ध होता है कि “तंत्र” भी बेद के समान प्राचीन और इसकी उत्पति कुछ बिद्वान अथर्बबेद … Read more

अघोर मृतसंजीवनी प्रयोग :

अघोर मृतसंजीवनी प्रयोग

अघोर म्रूतसंजीबनी प्रयोग : अघोर मृतसंजीवनी प्रयोग : यह बिद्या अघोर पंथ से है, इस अघोर मृतसंजीवनी प्रयोग बिद्या के बल से मुर्दा जिंन्दा भी हो सक्ता है ! तंत्र मे बहुत तरीके इसके लिखे है! हम यन्हा पर सिर्फ दो तरीके लिखते है ! अघोर मृतसंजीवनी प्रयोग 1: अघोर मृतसंजीवनी प्रयोग का पहला उपाय … Read more

शत्रु बिद्वेषण प्रयोग :

शत्रु बिद्वेषण प्रयोग

शत्रु बिद्वेषण प्रयोग : शत्रु बिद्वेषण प्रयोग :दो मित्रों के जन्म नक्षत्र बाले बृक्षों की लकड़ी (या आक की लकड़ी, नीम की लकड़ी) से दो पीढ़े बनाकर उनपर गदही के दूध से लेप करे । तत्पश्चात उसके ऊपर बिषाष्टक से नामयुक्त दो अकार लिखकर उसे छूकर रात में इस मन्त्र को एक हजार बार जपें … Read more