श्री बिष्णु साधना मंत्र विधान

Vishnu Sadhna Mantra Vidhan :

मंत्र : “ॐ नमो नारायनाम ।”

Vishnu Sadhna Yagna Samagri : 

पीला आसन ,पीले बस्त्र, पीले पुष्प, सफ़ेद चन्दन , चन्दन की चौकी , तुलसी के पत्ते , जल ,अग्नि , साधना में प्रयुक्त (घृत ,शुभ ब्रुक्ष की लकडिया –आक , चिडचिड़ि ,आम ,बेल ,अनार ,शमी ,दूब, तिल, जौ, चाबल ,धूप , गुग्गुल , चन्दन ,तांबे के पात्र में रखा जल ,लाल रंग के आसन और पुष्प आदि ।

Vishnu Sadhna Siddhi Vidhan :

चन्दन की चौकी पर तुलसी की कलम से सफ़ेद चन्दन द्वारा उपरोक्त मंत्र को लिखे । प्रथमे भूमि को पबित्र करके बांधित करके ईशान कोण पर नोबर्ग हाथ भूमि पर आसन बिछाये और सामने अग्नि बेदी बनायें । अग्नि मंत्र पढ़ते हुए पूर्ब दिशा की तरफ मुख करके अग्नि प्रज्वलित करे तथा फिर भगबान बिष्णु की साकार छाबिया “ॐ” को ध्यान में लाकर मंत्र पढ़ते हुए अग्नि में हबि दें । इस मौके पर सहस्त्र नाम का पाठ भी किया जाता है यदि यह पाठ करना हो तो ,प्रत्येक श्लोक के आरम्भ और समापन में उपरोक्त मंत्र को जपना चाहिए ।निरंतर एक सौ आठ दिन में जाप करने पर सिद्धि प्राप्त होती है, परन्तु पूर्ण रूप से ब्रह्मचर्य का पालन करना आबश्यक है ।

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