कियेकराये का दोष दूर करने के लिए मंत्र :
ॐ नमो आदेश गुरु को।
अपर कोष।
बिगड कोष।
प्रहलाद राख।
पाताल राख।
पांब दे बीज।
जंघा देबे कालिका।
मस्तक राखे महादेब।
जो कोई इस।
पिण्ड-प्राण को छेदे-छेदे।
देब-देबता।
भूत-प्रेत।
डाकिनी,शाकिनी।
कंठमाला, तिजारी।
एक पहर।
दोपहर।
साझ सबेरे को।
किये कराये को स्वाहा पडे।
इसकी रख्या नरसिंह जी करें।।
बिधि : इस कियेकराये मंत्र का २१०० जप ग्रहण या दीपाबली के दिन करें तो यह सिद्ध होगा, फिर इस मंत्र का जाप करते हुए रोगी का २१ बार झाडा करें तथा सिर से पांब तक धागा नापकर इस मंत्र का उच्चारण करते हुए २१ गांठ लगाकर और गुगुल की धूनी देकर रोगी के कण्ठ में पहना दें । इस प्रकार उपाय करने से किये कराये का सभी दोष समाप्त होकर उल्टे टोना करबाने की हानि होती है ।
तंत्र प्रयोग :
किये कराये का दोष दूर करने के लिए धूप, गंधक,गुगल, लाख,लोबान, हाथी दांत, सांप की केंचुल, ब्यक्ति के मस्तक के बाल लेकर , इन सबको मिलाकर पीसकर किये कराये बाले रोगी के पास जलाबें और इसका धुआं दें तो किये कराये का दोष दूर होगा ।
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जय माँ कामाख्या