चमेली तेल मोहन प्रयोग :

चमेली तेल मोहन प्रयोग :

चमेली तेल मंत्र 1. “ ॐ नमो मोहनी रानी। सिंहासन बैठी मोह रही दरबार । मेरी भक्ती,गुरु की शक्ती। दुहाई गौरा पार्वती की। बजरंग बली की आन । नहीँ तो लोना चमारी की आन लगे । ”
चमेली तेल मंत्र 2. “ ॐ नमो मन मोहनी। मोहनी चला । गैर के मस्तक धरा। तेल का दीपक जला। जल मोहूं , थल मोहूं । मोहूं सारा जगत। मोहनी रानी जा शैया पै ला। न लाये तो गौरा पार्वती की दुहाई । लोना चमारिन की दुहाई । नहीँ तो वीर हनुमान की आन ।”
प्रयोग विधी:-
1. चमेली के तेल पर अंगुली डुबो कर 7 बार मंत्र पढेँ। फिर तिलक की तरह माथे पर लगा लेँ, जहाँ जाऐ सभी मोहित होँगेँ!
2. तेल को मंत्र 2 से अभिमंत्रित कर साध्या पर छिडक देँ तो वह वशिभूत हो जाएगी।
मंत्र सिद्ध करने कि विधि गुप्त रहेगी जिससे इसका दुरुपयोग न हो सके । जिन पुरुषो का अपनी पत्नी से वैवाहिक सम्बन्ध अच्छा न चल रहा हो वो इसका प्रयोग करे । सम्बन्धो में मधुरता आ जायेगी । विधि जानने के लिए संपर्क करे ।

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जय माँ कामाख्या

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