दारिद्रनाशक धूमावती मंत्र साधना कैसे करें ?
धूमावती मंत्र साधना : जीवन में कई बार ऐसे पल आ जाते है की हम निराश हो जाते है, अपनी गरीबी से अपनी तकलीफों से और इस बात को नहीं नाकारा जा सकता की हर इन्सान को धन की आवश्यकता होती है । जीवन के ९९ % काम धन के आभाव में अधूरे है यहाँ तक की साधना करने के लिए भी धन लगता है । तो क्यों और कब तक बैठे रहोगे इस गरीबी का रोना लेकर क्यों ना इसे उठा कर फेक दिया जाये जीवन से । मेरे सभी प्यारे भाइयो और बहनों के लिए एक विशेष धूमावती मंत्र साधना दे रहा हु जिससे उनके आर्थिक कष्ट माँ की कृपा से समाप्त हो जायेंगे । आप संपन्न करे और माँ की कृपा के पात्र बने ।
धूमावती मंत्र साधना सामग्री :
एक सूपड़ा, स्फटिक या तुलसी माला ।
धूमावती मंत्र साधना विधि: यह साधना धूमावती जयंती से आरम्भ करे, समय रात्रि १० बजे का होगा । आप सफ़ेद वस्त्र धारण कर सफ़ेद आसन पर पूर्व मुख कर बैठ जाये । सामने बजोट पर सूपड़ा रख कर उसमे सफ़ेद वस्त्र बिछा दे फिर उसमे धूमावती यन्त्र स्थापित करे । इसके बाद गाय के कंडे से बनी भस्म यन्त्र पर अर्पण करे घी का दीपक जलाये । पेठे का भोग अर्पण करे । माँ से प्रार्थना करे की में यह साधना अपनी दरिद्रता से मुक्ति के लिए कर रहा हु आप मेरी साधना को सफलता प्रदान करे तथा मेरे सभी कष्टों को दूर कर दे । इसके बाद निम्न मंत्र की एक माला करे { ॐ धूम्र शिवाय नमः } इसके बाद “ धूं धूं धूमावती ठह ठह” की २१ माला करे । फिर पुनः एक माला पहले वाले मंत्र की करे । जप के बाद दिल से माँ से प्रार्थना करे और इस साधना को २१ दिन तक करे ।
धूमावती मंत्र साधना पूरी होने के बाद सुपडे को यन्त्र सहित उठाकर माँ से प्रार्थना करे की माँ आप हमारी सभी पापो को क्षमा करे और आज आप हमारे जीवन के सारे दुःख सारी दरिद्रता को आपके इस पवित्र सुपडे में भर के ले जाये है माँ हमारे जीवन में कभी दरिद्रता ना लोटे ऐसी दया करे । इसके बाद सुपडे और यन्त्र को जल में प्रवाहित कर दे या किसी निर्जन स्थान में रख दे । निश्चित माँ की आप पर कृपा बरसेगी और जीवन की दरिद्रता कोसो दूर चली जाएगी । साधना के पहले गुरुदेव पूजन तथा गणपति पूजन करे ।
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ज्योतिषाचार्य प्रदीप कुमार (मो.) 9438741641/ 9937207157 {Call / Whatsapp}
जय माँ कामाख्या