मंत्र : “ओम काममालिनी लक्ष्मीस्खी मधुयामिनी ।
ओम ही ही ही पी पी फट् स्वाहा ।”
बहुत-सी स्त्रियों के स्तन धिले हो जाते है । यह रक्त की कमी, असमय गर्भपात आदि से भी होता है और अन्य कारणों से भी । इससे बे असमय ही ब्रूधा-सी लगने लगती है । यह क्रिया उनके लिए है ।
इस बख्यों की कठोरता का मंत्र में सिद्धि की नहीं, नाद के उच्चारण को भी समझना आबश्यक है । केबल इस मंत्र के पाठ से भी 108 दिन में बख्यों की सुडौलता बन जाती है, तथापि इसके साथ निम्न प्रयोग करें- रात्रि में पीपर , लौंग, सौंठ और कुम्हार के चाक की मिट्टी को कूट-पीसकर-छानकर एरण्ड के पतों में लेपकर बख्यों पर बांधें । इसके बाद प्रात: स्नान के समय जैतून के तेल की मालिश करें । 21 दिन में बख्य कठोर एब पुष्ट हो जाते है ।
सम्पर्क करे: मो. 9438741641 /9937207157 {Call / Whatsapp}
जय माँ कामाख्या