शादी के बाद पता चले मांगलिक हैं तो क्या करें ?

Shaadi Ke Baad Pata Chale Ki Manglik Hai To ?

ज्योतिष शास्त्र में विश्वास रखनेवाले लोग मंगल ग्रह और मांगलिक दोष (Manglik Dosha) से परिचित होते हैं। इसी कारण विवाह से पहले कुंडली मिलाने का प्रचलन हमारे समाज में देखने को मिलता है। मांगलिक दोष (manglik dosha) के बारे में कहा जाता है कि जिस जातक की कुंडली में मंगल दोष होता है, उसका विवाह मांगलिक (Manglik) जातक के साथ ही करना चाहिए…
ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार, किसी भी व्यक्ति की कुंडली में 9 ग्रहों का प्रभाव होता है। इनमें 7 मुख्य ग्रह और 2 छाया ग्रह होते हैं। इन ग्रहों के प्रभाव के अनुसार ही जातक के जीवन में अच्छा या बुरा समय आता है। कुंडली में मंगल के घर में किसी शत्रु ग्रह के होने या किन्हीं विशेष परिस्थितियों में मांगलिक दोष बनता है।
सबसे पहले एक बात जान लीजिए, हर स्थिति में मंगल का प्रभाव उतना पीड़ादाई या अशुभ नहीं होता है, जितना उसके बारे में जानने-सुनने को मिलता है। कुछ स्थितियों में छोटी-सी पूजा से भी अशुभ प्रभाव को दूर किया जा सकता है। इसलिए फालतू के डर और वहम को मन में न पालें।
अगर न हो कुंडली तो भी जानें मंगल का प्रभाव :
जिस जातक की कुंडली या जन्म का सही समय न पता हो, वे जीवन की परिस्थितियों को देखकर भी मंगल ग्रह के दोष का पता लगा सकते हैं। जो लोग मंगल से पीड़ित होते हैं, सोते समय उनका मुंह या आंखें पूरी तरह बंद नहीं होते हैं। किसी अन्य के देखने पर उनकी आंखें खुली हुई प्रतीत होती हैं।
यह भी है बड़ा लक्षण :
जिस जातक की कुंडली में मंगल भारी चल रहा होता है उसके घर में इलैक्ट्रिक चीजें लगातार खराब होती रहती हैं। साथ ही उस व्यक्ति को रक्त संबंधित कोई बीमारी घेर लेती है। ऐसे जातकों में गुस्सा बहुत होता है, जिससे ये जल्द ही अपना नियंत्रण खो बैठते हैं।
आप ऐसे कर सकते हैं मंगल दोष को शांत :
आजकल ज्योतिष विद्या पैसा कमाने का एक जरिया मात्र बनकर रह गई है। ज्ञानी ज्योतिषी कम ही मिलते हैं और कई बार अलग-अलग ज्योतिषी कुछ अलग बातें बता देतें हैं तो भ्रम की स्थिति बनना स्वभाविक है। ऐसे में आप बजरंगबली की पूजा करना शुरू कर दें। बजरंगबली को मंगल ग्रह का देव माना गया है और वह सभी अमंगल स्थितियों का नाश कर भक्त के कष्ट हर लेते हैं।
शादी के बाद पता चले यदि मांगलिक दोष (manglik dosha) :
अगर आपकी दांपत्य जीवन में परेशानियां चल रही हैं और अब आपको पता चले कि ऐसा मंगल दोष के कारण हो रहा है तो आप पति-पत्नी के लिए अलग-अलग पूजा है। कोई एक भी पूजा कर लेगा तो दिक्कतें कम हो सकती हैं। पत्नी को मंगलवार को ‘मंगला गौरी’ की पूजा और व्रत करने चाहिए। वहीं, पति को अपनी पत्नी के साथ विधिवत ‘भात पूजन’ कराना चाहिए।
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जय माँ कामाख्या

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