हाजरात सिद्धि मंत्र :
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम खुदाई बड़ा तू बड़ा जैनुद्दीन पैगम्बर दूनी तेरी सादात
फुरो बादा नामुरादी बेबुन यादी तुर्क पीर ताइया सिलार देखूं तेरी शक्ति बेग
बाँधि ल्याब नौर नारसिंह चौरासी कलुबा ब्रह्मा अठोतर सो शाकिनी कामण
दुशमन छलछिद्र प्रेत चोर चाबर अगिया बेताल बेगी बाँधी ल्याब जो न बाँधि
तो दुहाई सुलेमान पैगम्बर की ।।
बिशेष :-(मंत्र का दुरूपयोग ना हो या कोई मंत्र के लालच में आकर बिना गुरु के साधना करके खुद को कुछ हानि ना हो इस वजह से मंत्र से कुछ शव्द को गुप्त रखा गया है, यंह मंत्र संपूर्ण नहीं है)
अस्य बिधानम –
शुक्रबार से १२ बार रोज ४० दिन तक जपे । तेल, इत्र, लौंग, धूप, दीप, मिठाई से पूजन करें । जब हाजरात करनी हो तो साफ़ जगह मिट्टी से लेप कर चाबल की मस्जिद बनाबें । दीपक जलाबे, पट्टे पर त्रिशूल बनायें, कुंबारी कन्या को स्नान कराकर साफ़ कपडे पहनाकर उसके सामने बैठायें । उसके मस्तक पर दीपक रखें पश्चात् चाबल अभिमंत्रित करके कन्या पर मारे तो पूछें गये प्रश्न का सही उत्तर मिले ।
परन्तु जहाँ निधि दर्शन देखना हो या किसी प्रेत उपद्रब का पता करना हो तो बह शक्ति कन्या पर दबाब दे सकती है अत: स्थान की रक्षा ब कन्या की रक्षा करना जरुरी है । रुई लपेट दीपक जलाकर दिखानेसे सत्य सत्य बिना मंत्र के ही दीखने लगेगा ।
दूसरों तथा स्वयं की सुख –शान्ति चाहने बालों के लिए ही यह दिया गया है । इसमें दिए गये यंत्र, मंत्र तथा तांत्रिक साधनों को पूर्ण श्रद्धा तथा बिश्वास के साथ प्रयोग करके आप अपार धन –सम्पति, पुत्र –पौत्रादि, स्वास्थ्य –सुख तथा नाना प्रकार के लाभ प्राप्त करके अपने जीबन को सुखी और मंगलमय बना सकते हैं ।
तंत्राचार्य प्रदीप कुमार – 9438741641 (Call /Whatsapp)