कामख्या स्त्री बशीकरण मंत्र

कामख्या स्त्री बशीकरण मंत्र :

“ओम नम: कामख्याय रूप सुन्दरी,
जगत मोहिनी त्रिपुर सुन्दरी ।
मोहिनी मोह मोह जगत नारी,
नारी-नारी जीब – जंन्तु,
सकल मोहे मोहिनी….मोहिनी मोहे…
ओम नम: गुरुदेब शक्ति तुम्हारी ।
सदा रहे लख्यबेध कभी न जाये खाली ।
 
पांचों प्रकार की हल्दी,धनिया, बच, सन्तेरे के छिलके (सुखे) –इनको पोटली में बांधकर अनार के पेड के निचे मंत्र पढकर (9 बार) दबा दें।यहाँ प्रतिदिन गाय का दीपक जलाकर उपर्युक्त मंत्र 1188 बार 21 दिन तक अर्ध रात्रि में पढें । इसके बाद निकालकर 21 दिन तक छाया में सुखायें ।
 
इसे कूट-पीसकर कपडे में छान लें । इस चूर्ण को किसी भी स्त्री को चेहरे पर गाय के दूध में लेप बनाकर (एक चम्म्च का) लगाने के लिए कहें । सुखने पर चेहरा धोने के बाद उस स्त्री पर त्रिभुबन मोहित हो जायेगा, परन्तु बह आप पर मोहित हो जायेगी ।
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ज्योतिषाचार्य प्रदीप कुमार (मो.) 9438741641 /9937207157 {Call / Whatsapp}
जय माँ कामाख्या

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