अपामार्ग तंत्र टोटके से वशीकरण

Apamarg Tantra Totke Se Vashikaran :

अपामार्ग एक वनस्पति है जो तंत्र क्रिया में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है । यह वनस्पति चिड़चिड़ा, औंगा, चिरचिटा तथा लठजीरा के नाम से भी पहचानी जाती है । यह पौधा किसी भी स्थान पर, विशेषकर झाड़ियों या मैदानी इलाके में बड़ी आसानी से उपलब्ध हो सकता है । सफेद और लाल रंग में पाई जाने वाली इसकी दो तरह की प्रजातियां होती है और दोनों का ही उपयोग वनस्पति शास्त्र और तंत्र शास्त्र में एक समान रूप से प्रभावकारी होता है ।

तंत्र मंत्र की विद्या में अपामार्ग तंत्र (Apamarg Tantra) बहुत ही शक्तिशाली होते हैं । इन अपामार्ग तंत्र (Apamarg Tantra) उपायों के द्वारा वशीकरण, धन प्राप्ति, संतान सुख, सम्मोहन, मान-सम्मान की प्राप्ति इत्यादि का लाभ उठाया जा सकता है । यहाँ पर हम आपको अपामार्ग तंत्र (Apamarg Tantra) से वशीकरण के टोटके दे रखे हैं, जो आपके लिए बहुत ही उपयोगी सिद्ध हो सकते हैं। यह टोटके हैं-

Apamarg Tantra Se Vashikaran :

१) लाल अपामार्ग की टहनी का आप दातुन के रूप में प्रयोग करें तो आप के शब्दों और वाणी में सम्मोहन पैदा करने की ताकत आ जाएगी । आप किसी को भी कुछ भी कहेंगे वह आप की बात मानेगा। यह मंजन अथवा दातुन छ: महीनों तक प्रतिदिन सवेरे करें ।

२) इस पौधे की जड़ को किसी पुष्य नक्षत्र में घर पर ले आएं। इसे पानी की सहायता से पत्थर पर पीसकर उसका पेस्ट बना लें । अब इस पेस्ट का तिलक लगाकर उस व्यक्ति के सामने जाए जिसे आप को वशीभूत करना है, वह आपके वशीभूत हो जाएगा । अपामार्ग तंत्र (Apamarg Tantra) से वशीकरण टोटके का यह एक सरल तंत्रोक्त उपाय है ।

३) अपामार्ग, लाजवंती, सहदेवी मूल और भृंगराज सभी एक समान मात्रा में मिलाकर पीस लें व इसका पेस्ट बना लें । इसे अपने मस्तक पर तिलक के रूप में लगाएं और उस व्यक्ति के पास जाए जिसे आप वशीभूत करना चाहते हैं । इस तिलक लगाए हुए आप के चेहरे को देखते ही वह आपके सम्मोहन में आ जाएगा ।

४) अपामार्ग पौधे की जड़ को अश्विनी नक्षत्र वाले दिन आप लेकर आए । इसे एक ताबीज में डालकर दें । इस ताबीज को अपने गले में धारण कर कर लें । यह तंत्र (Apamarg Tantra) के प्रभाव से जिसे चाहेंगे वह आप के वशीभूत हो जाएगा ।

५) अपामार्ग की जड़ को अपने पर्स में रखें जब आप किसी मुकदमे या इंटरव्यू के लिए जा रहे हो । इस जड़ के पास में रहने से संबंधित मुकदमा या इंटरव्यू से संबंधित व्यक्ति आपके वश में हो जाएगा और आपके अनुकूल ही फैसला लेगा ।

६) श्वेत अपामार्ग मूल को अभिमंत्रित कर लें। आप इसे एक ताबीज में भर ले तथा ताबीज को पीले, लाल या हारे धागे में बाँध कर अपनी बाँह अथवा गले में धारण करें। इससे आप का शत्रु आपके वश में हो जाएगा और कभी भी आपके विरुद्ध नहीं जाएगा ।

७) शुभ दिन देखकर श्वेत अपामार्ग का पौधा जड़ सहित उखाड़ लें। इस समय आप नीचे दिए गए मंत्र का २१ वार जाप करें । अब इस जड़ को आप अपने घर ले आए और शुद्ध जल से साफ कर अपने पूजा स्थान में स्थापित करें । अब सात दिनों तक प्रतिदिन इसे धूप दिखाए व उसी मंत्र का जाप करें जिस मंत्र का जाप आपने पौधा उखाड़ने के वक्त किया था । जाप संख्या रखें प्रतिदिन एक माला की। सात दिन बाद इस जड़ को शुद्ध घी की सहायता से पीसकर पेस्ट बनाकर रख लें । अब जब किसी को आप को वश में करना है उस समय मंत्र को दोहराते हुए इस पेस्ट से तिलक लगाकर उसके पास जाए, वह व्यक्ति आपके वश में होगा ही होगा । मंत्र  इस प्रकार है- “ओम् ह्वैं श्रीं नमः।”

८) अपामार्ग के फूलों की माला अगर कोई व्यक्ति धारण करके रखता है तो उसके संपर्क में आने वाले सभी व्यक्ति उसके वशिभूत हो जाते हैं।

९) अपामार्ग की जड़, हरताल व धतूरे की जड़ को मिलाकर अपने वीर्य से घोट लें । अब जिस स्त्री को आप को वश में करना है उसे यह खिला दे लगभग २५ ग्राम की मात्रा में, वह आपके वश की हो जाएगी ।

१०) अश्विनी नक्षत्र वाले दिल आप अपामार्ग के एक पौधे को जड़ सहित मिट्टी से उखाड़ लें । यह कार्य आप सूर्योदय या सूर्यास्त के पूर्व करें। अब पौधे की जड़ को तोड़ कर ले लें और तने को वहीं पर फेंक दें। इस जड़ को आप अपने जेब में रखे उस वक्त जब आप किसी को अपने वश में करना चाहते हों, वशीकरण का प्रभाव देखने को मिलेगा ।

Apamarg Tantra Ke Achuk Prayog :

• निसंतान दंपत्ति अपामार्ग तंत्र (Apamarg Tantra) के प्रयोग से संतान सुख को प्राप्त कर सकते हैं । इसके लिए उन्हें इस पौधे की जड़ को जलाकर उसकी भष्म बना लेनी चाहिए । इसे गौ-दूग्ध में मिला कर संतान प्राप्ति की इच्छुक स्त्री को पिला दे प्रतिदिन । जल्द ही फल की प्राप्ति होगी ।

• अगर किसी को व्यक्ति को किसी जहरीले जानवर यानि बिच्छू, सांप या कोई कीड़ा ने काट लिया है तो उसके दंश वाले स्थान पर ताजा रस लगाएं अपामार्ग के पत्तों का तथा दिन में दो बार दो-दो चम्मच इन पत्तों का रस पिला दिया जाए तो विष का असर तुरंत कमजोर पड़ जाता है तथा व्यक्ति को दर्द व जलन से आराम मिल जाता है । अगर उसके कटे हुए स्थान पर सूजन हो गई हो तो इन पत्तों को पीसकर इसकी लुगदी को लगा दे दंश वाले स्थान पर, सूजन में कमी आ जाती है ।

• इस पौधे की जड़ को अगर किसी की तिजोरी में स्थान दिया जाए तो वहां पर धन की कभी भी कमी नहीं होगी अर्थात धन संबंधी सारी परेशानियों से निजात पाया जा सकता है ।

• किसी के दांत पर अगर दर्द हो तो अपामार्ग की टहनी से वह दातुन करें तो दांत का दर्द खत्म हो जाता है तथा मसूड़ों में खून आ रहा होता है तो वह भी बंद हो जाता है ।

• इसके पत्तों का रस अगर रूई के फोहे की सहायता से दांत दर्द वाले स्थान पर रखा जाए तो दांत का दर्द खत्म हो जाता है ।

• प्रसव पीड़ा में पुष्य नक्षत्र वाले दिन में तोड़े गए सफेद अपामार्ग की जड़ को काले कपड़े में बांधकर संबंधित स्त्री के गले या कमर में बांधने से निजात मिलेगी । प्रसव के बाद इसे गर्भवती के शरीर से हटा दें वरना गर्भाशय के भी बाहर निकलने की संभावना रहती है ।

• मियादी बुखार में भी यह पौधा बहुत ही लाभकारी सिद्ध हुआ है । इसके लिए इस पौधे के फूल की माला को बनाकर बुखार से पीड़ित व्यक्ति को अगर पहना दिया जाए तो उसका बुखार से निरस्तीकरण हो जाता है ।कोई भी साधक अपामार्ग तंत्र टोटके (Apamarg Tantra Totke) को अपने जीवन में प्रयोग करने से पहले इसको साधना या सिद्धि हासिल करना जरुरी है इसलिए गुरु जी सलाह लेकर ही कार्य की शुरुवात करे ।

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जय माँ कामाख्या

Acharya Pradip Kumar is renowned as one of India's foremost astrologers, combining decades of experience with profound knowledge of traditional Vedic astrology, tantra, mantra, and spiritual sciences. His analytical approach and accurate predictions have earned him a distinguished reputation among clients seeking astrological guidance.

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