स्तम्भन मंत्र तंत्र

Stambhan Mantra Tantra

Stambhan Mantra Tantra : स्तम्भन मंत्र : ॐ बं बं बं हं ह्रीं घ्रां ठ: ठ: । ग्यारह हजार बार जपें ।मंगलबार को निगोही का बीज लेकर इकतीस बार मंत्र पढ़े जिस पर फेंके बही स्तम्भित हो जाए । @ मंत्र : ॐ नम: भगबते रुद्राय जलं स्तम्भय स्तम्भय ठ: ठ: स्वाहा । कमल को … Read more

तंत्र मंत्र यंत्र एबं देबसिद्धि रख्यात्मक साधना

Tantra Mantra Yantra Sadhna

Tantra Mantra Yantra Ebam Debasiddhi Rakhyatmak Sadhana : तंत्र मंत्र यंत्र (Tantra Mantra Yantra ) के लीए सर्बप्रथम अपनी सुरख्या के लिये प्रत्येक साधक-उपासक के लिए अपनी देह, शरीर, तन,मन को बाहरी आक्रमणों ब समस्त दोषों एबं पर प्रयोगों से बचाब (सुरखित) रखने के लिये रख्यात्मक सिद्धि-साधना करनी अति आबश्यक है ! जब तक आप … Read more

सरल तंत्र जागरण साधना

Saral Tantra Jagaran Sadhana

Saral Tantra Jagaran Sadhana : आज हम एक विशेष साधना बता रहे है जिसके माध्यम से आप अपने आप को अध्यात्म जीवन में सफल बना सकते है । इस तंत्र जागरण साधना को सिद्ध करने के बाद आपके अन्दर बदलाव आएगा जो आपको साधना कार्य में सफल बनाएगा । यह साधना आपके अन्दर जो सुसुप्त … Read more

सिद्ध प्राचीन अघोर तंत्र सिद्धि

अघोर तंत्र सिद्धि

।। सिद्ध प्राचीन अघोर तंत्र सिद्धि ।। ।। अघोर तंत्र सिद्धि मंत्र ।। ॐ नमो भगबत्यै श्मशान बासिन्यै। भूतनाथाय रुद्ररुपाय बीर बाबन अधिपते। जोगी जति ध्याबे। महा घोर रुद्रो अघोरा मम साधय साधय हूँ फट्। ।। अघोर तंत्र सिद्धि बिशेष ।। यह साधना को गंगा किनारे स्थित श्मशान घाट पर की जाती है । यह … Read more

अघोर स्तम्भन तंत्र साधना कैसे करें ?

अघोर स्तम्भन तंत्र बिधि

अघोर स्तम्भन तंत्र साधना : ।। अघोर स्तम्भन तंत्र ।। “ॐ नमो भगबते श्मशानरुद्राय सर्ब जगद् ब्यापकाय ह्रौं सर्ब दुष्टानां श्रोग गात्रनेप्रयति बाक्यानि, सखेइन्द्रयाणि स्तम्भय स्तम्भय हाँ श्मशान रुद्राय खिप्रसंत्राय एहि एहि जिह्बां स्तम्भय स्तम्भय ह्रीं ह्रीं स्वाहा ।” ।।अघोर स्तम्भन तंत्र बिधि।। उपरोक्त मंत्र श्री जगतगुरु आदिनाथ कथित है । इसे प्राचीन स्वयं सिद्ध … Read more

बेद शास्त्र में तंत्र का महत्व

veda shastra

Veda Shastra Me Tantra Ka Mahatwa : आर्य लोग बेद को ईश्वरचित मानते है जो ईश्वर की बाणी है या ईश्वर की प्रेरणा से ऋषियों के मुख से उदित हुए हैं । बेदों की चार संहिताएं है :- 1. ऋग्बेद 2. यजुर्बेद 3. सामबेद 4. अथर्बबेद इनमें चौथा जो अथर्बबेद है – उसी का अपबेद … Read more

तंत्र-मंत्र के बारे में भ्रांतियां क्या हैं ?

तंत्र बिषयक भ्रांन्तियां

तंत्र बिषयक भ्रांन्तियां : तंत्र बिषयक भ्रांन्तियां : सामान्य जन तंत्र का अर्थ भी मंत्र यंत्र की भांति जादू टोना और झाड-फूंक की रहस्यों से भरी बिदया समझ्ता है और शिखित समाज इसे कोरा पाखंड, भ्रम और ठ्गी का पेशा समझता है । कुछ लोग इसे बाजीगरों के खेलों जैसा ख्यणभर के लिए दिखाये जाने … Read more

तंत्रों का इतिहास :

तंत्रों

तंत्रों का इतिहास : तंत्रों का इतिहास : जिस प्रकार इस सृष्टि की प्रारम्भिक बिद्या बेद है और सारा बिश्व मानता है कि बेद सबसे प्राचीन, ईश्वरीय ज्ञान से भरी ,सर्ब बिद्याओं की पुस्तके हैं उसी प्रकार यह भी सिद्ध होता है कि “तंत्र” भी बेद के समान प्राचीन और इसकी उत्पति कुछ बिद्वान अथर्बबेद … Read more

रोजी मिलने का लोक मंत्र :

रोजी मिलने का लोक मंत्र :

रोजी मिलने का लोक मंत्र : रोजी : लक्ष्मी (धन) प्राप्ति की लालसा सभी मनुष्यों में पाई जाती है । सांसारिक तथा पारिबारिक खर्चों को चलाने के लिए पग –पग पर धन की आबश्यकता होती है । भोजन के लिए भी धन खर्च करना पड़ता है । अत: धन मनुष्य की एक प्रकार से प्राथमिकता … Read more