विद्वेषण मंत्र प्रयोग

विद्वेषण मंत्र

विद्वेषण मंत्र प्रयोग: विद्वेषण मंत्र : “काली काली काली कंकाली, मार ताली देबे लाली, अमुक को अमुक से विद्वेषण, करबे कारज करे सिद्ध करबाबे, हाथों हाथ लढाबे चढाबे, ओं ठं ठं फट्।।” विद्वेषण मंत्र बिधि : विद्वेषण का अर्थ है किसी से लडाई करबाना । यदि घर की लडकी कहने में नहीं है और उसका … Read more

शत्रु बिद्वेषण प्रयोग :

शत्रु बिद्वेषण प्रयोग

शत्रु बिद्वेषण प्रयोग : शत्रु बिद्वेषण प्रयोग :दो मित्रों के जन्म नक्षत्र बाले बृक्षों की लकड़ी (या आक की लकड़ी, नीम की लकड़ी) से दो पीढ़े बनाकर उनपर गदही के दूध से लेप करे । तत्पश्चात उसके ऊपर बिषाष्टक से नामयुक्त दो अकार लिखकर उसे छूकर रात में इस मन्त्र को एक हजार बार जपें … Read more

धबलामुखी उच्चाटन प्रयोग :

धबलामुखी उच्चाटन प्रयोग

धबलामुखी उच्चाटन प्रयोग : धबलामुखी उच्चाटन प्रयोग मंत्र :- “ॐ नम: काकतुण्डी धबलमुखि अमुकमुच्चाटय हूं फट्” । निम्ब पत्र पर काक पक्ष की लेखनी से महिष एबं अश्व मल द्वारा इस धबलामुखी उच्चाटन प्रयोग मंत्र में शत्रु का नाम पूर्बोक्त द्र्बो से लिखे । फिर इस मंत्र का पूजन कर निम्ब बृक्ष स्थिर काक पक्षी … Read more

मसानी उच्चाटन मंत्र साधना

मसानी उच्चाटन मंत्र

मसानी उच्चाटन मंत्र : कालीननागिन। शिर जटा,ब्रह्मा खोपड़ी हाथ ।मरी मसानी न फिरे , गुरु हमारे साथ ।दुहाई ईश्वर महादेब – गौरा पार्बती की ।दुहाई नैना योगिनी की ।। बिधि : इस मसानी उच्चाटन मंत्र को ग्रहणकाल में लगातार जपते हुए सिद्ध करके फिर प्रयोग करें । जो ब्यक्ति इस रोग का शिकार होता है … Read more