स्वप्न ज्योतिष के अनुसार स्वप्न चार प्रकार के होते हैं ।
पहला दैविक, दूसरा शुभ, तीसरा अशुभ और चौथा मिश्रित । दैविक व शुभ स्वप्न कार्य सिद्ध की सूचना देते हैं ।
अशुभ स्वप्नों कार्य असिद्धि की सूचना देते हैं तथा मिश्रित स्वप्न मिश्रित फलदायक होते हैं । यदि पहले अशुभ स्वप्नों दिखे और बाद में शुभ स्वप्न दिखे तो शुभ स्वप्न के फल को ही पाता है । अगर आपको लगातार अशुभ स्वप्नों आते हों तो उसके अशुभ फल से बचने के लिए यह उपाय आपके लिए लाभदायक हो सकते हैं-
1- बुरे स्वप्न को देखकर यदि व्यक्ति उठकर पुन: सो जाए अथवा रात्रि में ही किसी से कह दे तो बुरे स्वप्न का फल नष्ट हो जाता है ।
2- सुबह उठकर भगवान शंकर को नमस्कार कर स्वप्न फल नष्ट करने के लिए प्रार्थना कर तुलसी के पौधे को जल देकर उसके सामने स्वप्न कह दें । इससे भी बुरे सपनों का फल नष्ट हो जाता है ।
3- अपने गुरु का स्मरण करने से भी बुरे स्वप्नों के फलों का नाश हो जाता है ।
4- धर्म शास्त्रों के अनुसार रात में सोते समय भगवान विष्णु, शंकर, महर्षि अगस्त्य, कपिल मुनि का स्मरण करने से भी बुरे सपने नहीं आते ।
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ज्योतिषाचार्य प्रदीप कुमार : (Mob) 9438741641 /9937207157 (call/ whatsapp)