उदर पीड़ा निवारक हनुमान मंत्र :
उदर पीड़ा : इस मंत्र का नियमित जाप करने से आपको उदर पीड़ा में आराम मिल सकता है। आपको ध्यान देना चाहिए कि मंत्र का जाप विशेष श्रद्धा और समर्पण भाव से किया जाना चाहिए। उदर पीड़ा से रक्षा के लिए एक प्रसिद्ध हनुमान मंत्र है:
उदर पीड़ा मंत्र :
मंत्र – “ जो जो हनुमंत धगधजित फलफलित आयुराष: खरूराह ”
108 मंत्र का जप करते हुए रोगी के पेट पर ऊपर से नीचे की तरफ हाथ फेरें।
जल (गंगा जल मिले तो ज्यादा अच्छा) को एक पात्र में रखकर 108 बार मंत्र जप कर अभिमंत्रित करें। इसके बाद उसे रोगी को पिलाएं।
यह मंत्र रामबाण की तरह असरकारक है । उदर से संबंधित किसी भी तरह के रोगी की हालत में तत्काल सुधार होने लगता है । चौबीस घंटे में स्थिति संतोषजनक रूप से सुधरती नजर आती है । यह प्रयोग रोगी के पूरी तरह ठीक होने तक प्रतिदिन दो बार करना चाहिए । इसके प्रयोग के लिए निम्न दो प्रमुख विधियां हैं । इनमें से सुविधानुसार एक या दोनों का एक साथ प्रयोग किया जा सकता है ।
ज्योतिषाचार्य प्रदीप कुमार
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