दुःस्वप्न नाशक मंत्र : “ ॐ णमो अरहंताणं दीवोत्ताणं,सरणगइपइट्ठाणं, अप्पडिदयवर, नाणदंसण, धराणं, विअट्टछउम्माणं ऐँ स्वाहा।”
प्रतिदिन एक माला का जप करेँ तो बुरे स्वप्न कभी नहीँ आतेँ। सम्मान बढ़ेगा । कहीँ जाना हो तो मंत्र का 3 बार उच्चारण करके जाएं।तो मार्ग के सभी भय समाप्त हो जातेँ है कार्य सफल हो जाता है।
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ज्योतिषाचार्य प्रदीप कुमार :(Mob) 9438741641 /9937207157 (Call/ Whatsapp)